आजमगढ़ में दो दिवसीय प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में हुआ निर्णय
श्रमिक हितों को सरकारों को श्रमिक संगठनों द्वारा जगाना पड़ता है - अनिल जी,प्रदेश महामंत्री
आजमगढ़ : 30 जुलाई: विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी विभागों में संविदा ,आउटसोर्सिंग एवं ठेके पर कार्य कर रहे श्रमिकों की समस्याओं को लेकर भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आगामी 27 सितंबर को बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगा । जिसमें लाखों श्रमिक इकट्ठा होकर सरकार को अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे। आजमगढ़ जिले में सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल के सभागार में दो दिवसीय प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक के बाद भारतीय मजदूर संघ ने यह निर्णय लिया है । संघ ने कहा है कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार इन समस्याओं पर विचार नहीं की तो राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी ।इस बैठक को भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष विश्वेश्वर राय, महामंत्री अनिल जी , क्षेत्रीय संगठन मंत्री अनुपम जी के अलावा अन्य कई और पदाधिकारियों ने संबोधित किया । दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन आज वेदांता ग्रुप के डायरेक्टर विशाल जायसवाल, व ऋतिक जयसवाल ने भारतीय मजदूर संघ के सभी पदाधिकारियों को अंगवस्त्रम, प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया । बैठक में वक्ताओं ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ देश में श्रमिकों का सबसे बड़ा संगठन है । इस संगठन ने लगातार उन सरकारों के खिलाफ एकजुट होकर काम किया है, जो सरकारें श्रमिक हितों के लिए काम नहीं करती हैं । उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सरकारी संस्थान हो या गैर सरकारी संस्थान सभी जगहों पर संविदा, आउटसोर्सिंग व ठेकेदारी प्रथा के माध्यम से पढ़े-लिखे लोगों को काम दिया जाता है और काम के बदले उचित मूल्य ना देकर उनका शोषण किया जाता है । ऐसे माहौल में उनका भविष्य पूरी तरह सुरक्षित है । वक्ताओं ने कहा कि सरकार को इस बात से कई बार अवगत कराया जा चुका है कि संविदा आउटसोर्सिंग और ठेके पर काम करने वाले लोगों को नियमित किया जाए। यदि किन्ही परिस्थितियों में नियमित नहीं हो पाते हैं तो इन स्थानों पर काम करते हुए उनकी सेवाएं सुरक्षित की जाए और सरकारी कर्मियों के बराबर उनको वेतन, छुट्टी,मेडिकल व अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएं । इस दो दिवसीय बैठक के बाद रोडवेज स्थित भारतीय मजदूर संघ कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री अनिल जी ने इस बात को स्वीकार किया कि अभी तक जितनी भी सरकारी आई हैं वह श्रमिक हितों में काम नहीं करती हैं ।उन्हें श्रमिक संगठनों द्वारा जगाना पड़ता है ,और आंदोलन करना पड़ता है । तब श्रमिकों की समस्याओं पर सरकारें विचार करती है । इस बैठक में सभी लोगों ने स्वीकार किया कि मौजूदा समय में भी प्रदेश के तमाम सरकारी गैर सरकारी संस्थानों में काम कर रहे लोगों का शोषण हो रहा है । इसलिए सरकार के खिलाफ श्रमिकों को लामबंद होना होगा। उन्होंने कहा कि अगस्त माह में प्रदेश व राष्ट्रीय कार्यकारिणी की विभिन्न स्थानों पर बैठक होगी जिसमें 27 सितंबर को लखनऊ में सरकार के श्रमिक नीतियों के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन की योजनाबद्ध तरीके से तैयारी पर चर्चा होगी । एक सवाल के जवाब में उन्होंने साफ कहा कि भारतीय मजदूर संघ किसी सरकार के साथ नहीं हैं । जो सरकार श्रमिक हितों के लिए कार्य करेंगे वह उनके लिए काम करेंगे । भारतीय मजदूर संघ ने कई बार मजदूर हितों की लड़ाई को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है और वह काफी मांगों को मनवाने में सफल रहे हैं ।मौजूदा समय में श्रमिकों के साथ अन्याय हो रहा है इसीलिए सरकार के खिलाफ 27 सितंबर को लखनऊ मे आंदोलन करेगी । इस दो दिवसीय बैठक में प्रदेश के सभी पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष विश्वेश्वर राय, प्रदेश महामंत्री अनिल जी, संगठन मंत्री अनुपम जी के अलावा विनीता कुसुम जी, नवीन धारीवाल, राय प्रदीप चंद्र, संजय सिंह, श्रीकांत अवस्थी, चतर सिंह जी, सुरेंद्र पाल प्रजापति, शंकरलाल ,सुरेश यादव, रामकृष्ण गुप्ता, अरुण दुबे ,दूधनाथ ,,राकेश, राजीव रंजन, राधे कृष्ण ,देव वर्मा ,रामनिवास, विपिन पाठक प्रमुख रूप से मौजूद रहे ।इसके अलावा स्थानीय इकाई के जिला अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव जिला मंत्री अखिलेश कुमार सिंह, धर्मेंद्र राहुल सिंह पंकज,शिवम, अरविंद जी सहित तमाम लोग मौजूद रहे ।
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