.

.
.

आजमगढ़: जीवा की हत्या करने वाले विजय की जिले में भी है क्राइम हिस्ट्री

अभियुक्त विजय यादव

श्याम यादव -पिता

केराकत स्थित घर गई पुलिस

आजमगढ़ मंडलीय कारागार में 103 दिन बंद रहा था विजय यादव

किशोरी के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में गया था जेल,पिता ने बताया...

आजमगढ़: गैंगस्टर मुख्तार अंसारी गिरोह के सदस्य संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की लखनऊ अदालत परिसर के भीतर हत्या करने का आरोपी विजय यादव जौनपुर जिले के केराकत कोतवाली क्षेत्र का निवासी है। विजय की क्राइम हिस्ट्री का कनेक्शन आजमगढ़ से भी जुड़ा है। उसके खिलाफ लगभग 7 वर्ष पूर्व देवगांव कोतवाली में नाबालिग किशोरी के अपहरण व दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज है। हत्यारोपी विजय यादव उर्फ आनंद आजमगढ़ की मंडलीय कारागार में 103 दिन बंद था। जिले के देवगांव थाने में दर्ज अपहरण और रेप के मामले में आरोपी को जेल भेजा गया था। मंडलीय कारागार में आरोपी को 16 अगस्त 2016 को भेजा गया था, जहां से 27 नवंबर 2016 को जमानत पर रिहा हुआ था।
आरोपी को किशोर बैरक में रखा गया था। जिस समय आरोपी आजमगढ़ की जेल में बंद था उस समय कारागार में माफिया ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटूं भी बंद था। हालांकि आरोपी को किशोर बैरक में रखा गया था। आरोपी जिस समय आजमगढ़ जेल में बंद हुआ था वह मात्र 17 साल का था।आरोपी विजय यादव उर्फ आनंद के विरूद्ध जिले के देवगांव कोतवाली में छह जून 2016 को मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया था कि प्रार्थी के साढू की लड़की जो कि प्रार्थी के घर पर ही रहती थी। दो मई 2016 को स्कूल गई और वापस नहीं लौटी। इस मामले में गुमशुदगी की रिपोर्ट तीन मई को दर्ज कराई गई थी।
काफी खोजबीन के बाद भी लड़की का पता नहीं चला। इसी बीच पता चला की आनंद यादव उर्फ विजय जो कि पीड़िता के घर के पास मिठाई की दुकान पर नौकरी करता था के कब्जे में पीड़िता है। घटना के बाद से ही आरोपी फरार था। घटना के तीन माह बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने मामले की विवेचना करते हुए आरोपी पर रेप का मुकदमा दर्ज किया था। इसी मामले में आरोपी को जेल भेजा गया था था जहां से 103 दिन में जमानत हो गई थी।
जीवा की हत्या के बाद 24 वर्षीय विजय की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही केराकत के पुलिस क्षेत्राधिकारी गौरव शर्मा समेत थाने की पुलिस विजय की क्राइम हिस्ट्री जानने के लिए उसके सुल्तानपुर गांव पहुंची और लोगों से उसके आपराधिक इतिहास के बारे में पूछताछ की। उन्होंने बताया कि विजय लखनऊ में प्लंबर का काम करता था। वह एक शादी में शामिल होने 10 मई को अपने गांव आया था और अगले दिन लखनऊ वापस लौट गया था।
क्षेत्राधिकारी ने बताया कि यादव के खिलाफ दो आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि एक मामला एक नाबालिग लड़की का कथित रूप से अपहरण करने और उससे दुष्कर्म से संबंधित है। इस संबंध में आजमगढ़ के देवगांव पुलिस थाने में मामला दर्ज है। शर्मा ने बताया कि विजय के खिलाफ 2016 में दर्ज इस प्राथमिकी में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण कानून के तहत भी आरोप लगाए गए हैं।
केराकत कोतवाली के सुल्तानपुर गांव निवासी विजय यादव जब बीकाम कर रहा था तो आजमगढ़ के देवगांव में 2016 में एक किशोरी के अपहरण व दुष्कर्म के मामले में उसके खिलाफ धारा 363 व 376, पास्को एक्ट के तहत देवगांव थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। विजय इस मामले में जेल में भी था। दो माह पूर्व ही सुलह के माध्यम से मुकदमा समाप्त हुआ है। इसके अलावा दूसरा मुकदमा केराकत कोतवाली में 103/20 धारा 188,269, कोविड आईपीसी के तहत दर्ज हुआ था।
केराकत कोतवाली क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव निवासी श्याम यादव के चार पुत्रों में सबसे बड़ा पुत्र स्वतंत्र यादव दिल्ली में रहकर कार्य करता है। दूसरे नम्बर का विजय यादव है। तीसरे नम्बर का सत्यम 11 वीं का छात्र है। चौथे नम्बर का सुंदरम कक्षा नौवीं का छात्र है। माता निर्मला देवी गृहणी हैं। पूरा परिवार आराम से रह रहा था कि अचानक बुधवार की शाम भारी पुलिस फोर्स देख परिवार के लोग चौक गए। पुलिस वालों ने पूछताछ की तो पुष्टि हुई कि लखनऊ में पकड़ा गया विजय इसी परिवार का है।
परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक विजय यादव की बीकाम की पढ़ाई जौनपुर से ही हुई है। पिता खेती-किसानी कर जीवन यापन करते हैं। बड़े भाई स्वतंत्र यादव की शादी हो चुकी है जो मेहनत मजदूरी करता है। तीसरे नंबर का भाई 19 वर्षीय सत्यम यादव व चौथे नंबर का 17 वर्षीय घर पर रहकर सुंदरम यादव पढ़ाई करता है।

Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment