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आजमगढ़: वरिष्ठ हास्य कवि ' मुंहफट' की पुस्तक ’धरती से जहर को मिटाओ’’ लोकार्पित



शैदा साहित्य मण्डल के तत्वाधान में लोकार्पण व सरस गोष्ठी का हुआ आयोजन

आजमगढ़ - रविवार को अनन्तपूरा (कटरा) में देर रात तक शैदा साहित्य मण्डल के तत्वाधान में जनपद के वरिष्ठ हास्य कवि व व्यंग्यकार श्री उमेश चन्द्र श्रीवास्तव मुॅहफट के आवास पर उनके द्वारा रचित पुस्तक ’’ धरती से जहर को मिटाओ’’ का लोकार्पण व सरस गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के अध्यक्ष हरिहर पाठक जी व मुख्य अतिथि ख्यातिलब्ध कवि एवं साहित्यकार डा0 कमलेश राय (मऊनाथ भंजन) रहे।
मुख्य वक्ता डा0 शशिभूषण प्रशान्त ने पुस्तक की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि व्यंग्य और हास्य में मुँहफट जी का कोई सानी नहीं है। मुँहफट जी ने बड़ी बेवाकी से समाज के भीतर व्याप्त बुराईयों पर अपनी व्यंग्य का बाण चलाया है। मुँहफट जी हास्य और व्यंग्य के अद्वितीय कवि है।
कन्हैयालाल प्रहरी ने कहा कि मुँहफट जी की पुस्तक ‘‘धरती से जहर को मिटाओ " पुस्तक के अनावरण आज हुआ । पुस्तक की प्रत्येक कविता अपने मापदण्डो पर एकदम खरी उतर रही है। मुँहफट जी ने जिस शुचिता से अपने काव्ययात्रा का आशा किया है वह काबिले तारीफ है। अगले वक्ता बजरंग सहाय रवि ने कहा कि आज कल हास्य और व्यंग्य के नाम पर जो फूहड़पन व दो अर्थी संवाद मंचो से परोसा जा रहा है वह साहित्य के लिए घातक है। समाज सदैव ऐसी बातों को नकारेगा जब उसे इसके उलट शुरू हास्य और व्यंग मिलेगा। जिसका आजकल नितांत अभाव है। मुँहफट जी ने सदैव शुद्ध व परिभार्जित लोकलाज से बद्ध रचनाओं का सृजन किया है। इसके लिए मुँहफट जी बधाई के पात्र है। उनकी पहली पुस्तक प्रकाश में आ रही हैं इसके लिए मुँहफट जी को कोटि-कोटि साधुवाद।

मुख्य अतिथि डाॅ0 कमलेश राय ने कहा कि समाज में निरन्तर हास्य की कमी होती जा रही है। लोक रोजमर्रा के आपाधापी में तनावग्रस्त होते जा रहे है। मुँहफ जी की रचनाएँ हास्य के लिए तो प्रसिद्ध है ही अपितु समाज में व्याप्त कुरीतियाँ पर व्यंग्य के माध्यम से करारा प्रहार किया है।
अध्यक्ष हरिहर पाठक ने प्रकाश डालते हुए कहा कि रोते हुए हँसा देना या हँसी-हँसी में व्याप्त भ्रष्टाचार पर तीखा प्रहार कर देना आसान कार्य नहीं है। मुँहफट जी ने समाज के ऊपर अपनी पैनी दृष्टि रखते हुए हास्य और व्यंग पर जो सिद्धहस्ता प्राप्त की है वह विरले कवि को ही प्राप्त हो पायी है।
उपस्थित कवियों में बालेदीन यादव (बेसहारा), जन्मेजय पाठक जी, अशोक कुमार (अश्क चिरैयाकोटी), शैलेेन्द्र मोहन राय (अटपट), श्रीमती आशा सिंह, श्वेता सिंह, (सागर), धनश्याम यादव, रूद्रनाथ चैबे रूद्र, डा0 ईश्वर चन्द्र त्रिपाठी, बैजनाथ गॅवार, रमेश राय, श्रीमती मनीषा मिश्रा, इन्दु श्रीवास्तव, श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव, श्रीमती सरोज यादव, श्रीमती स्नेहलता राय, कृष्णदेव यादव घायल, आदित्य आजमी, हंसमुख, जितेन्द्र नूर, राजकुमार आर्शीवाद, राजेश अष्ठाना (अनन्त), रोहित बारी इत्यादि कवियों ने काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन विजयेन्द्र प्रताप श्रीवास्तव (करूण)़ जी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष भारत रक्षा दल, संजय श्रीवास्तव, धनन्जय अस्थाना, प्रंवीण कुमार गौड़, आलोक श्रीवास्तव, दुर्गेश, अम्बरीश, अभिषेक, कृण्णकान्त पाण्डेय, आलोक शर्मा, विपिन, राजेश तिवारी, धर्मेन्द्र तिवारी, सुनील वर्मा, राजन, मीडिया प्रभारी मो0 अफजल आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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