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आजमगढ़: जीडी ग्लोबल में धूमधाम से मना 10वां स्थापना दिवस एवं पुरस्कार वितरण समारोह



छात्रों की तार्किकता का स्कूल में पोषण होना चाहिए - श्री विरेन्द्र जायसवाल

सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग किए विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया

आजमगढ़: दिनांक 9 अप्रैल 2023 दिन रविवार को करतालपुर स्थित जीडी ग्लोबल स्कूल में विद्यालय का 10वां स्थापना दिवस एवं पुरस्कार वितरण समारोह धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह श्री विरेन्द्र जायसवाल एवं विशिष्ट अतिथि श्री ए.के.मिश्र अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट आजमगढ़ ,श्री सुरेन्द्र लाल एस.पी. सिटी आजमगढ़ ने मां शारदे की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीपप्रज्वलन किया। विद्यालय की निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल एवं प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल ने पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका सारस्वत पाण्डेय ने अन्य अतिथियों श्रीमती अनीता यादव प्रवक्ता अग्रसेन इंटर कालेज, श्रीमती रूचि अग्रवाल,डा. स्वस्ति सिंह,डा. सुभाष सिंह, श्री आनंद प्रकाश श्रीवास्तव प्रबंधक डी.ए.वी. कालेज को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती की वंदना से प्रारंभ हुआ। विद्यालय के जूनियर वर्ग की छात्राओं ने सरस्वती वंदना पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। स्वागत गीत की आकर्षक प्रस्तुति पर दर्शकों ने तालियों की झड़ी लगा दी। विद्यालय के नन्हें-मुन्हें बच्चों द्वारा अनुपम नृत्य प्रस्तुत किया गया। प्राथमिक वर्ग के छात्र-छात्राओं द्वारा शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी गई। शंकर जी के डमरू नृत्य पर तो छात्राओं ने तो धमाल मचा दिया। "उड़ी चिरैय्या" पर जूनियर वर्ग की छात्राओं ने मधुर संगीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की । "आसमां को छू के" पर नृत्य पर सीनियर वर्ग की छात्राओं ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत फाॅक नृत्य सभी दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहा। मुख्य अतिथि श्री विरेन्द्र जायसवाल जी ने नन्हें-मुन्हें बच्चों को पुरस्कृत करते हुए कहा कि छात्रों की तार्किकता का स्कूल में पोषण होना चाहिए। एक छात्र को जीवन में विपरीत खिंचाव और अशांति का सामना करते समय सामंजस्य स्थापित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक और क्षुधावर्धक तत्व स्वयं के भीतर मौजूद होते हैं। आध्यात्मिक तत्व विनम्र, आज्ञाकारी और सीखने के लिए तैयार करते हैं। शिक्षा को छात्रों को अच्छे और बुरे, सही और गलत की पहचान करने और उचित निर्णय लेने में मदद करनी चाहिए।सीखने की इस प्रगति में, माता-पिता, शिक्षक, समाज और संस्थान छात्रों के जीवन को आकार देने और सभी के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति के बाद कक्षा में अव्वल स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को विद्यालय की निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल ने पुरस्कृत करते हुए कहा कि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास ही हमारे विद्यालय का लक्ष्य है। इस निमित्त न केवल पाठ्यक्रम पर अपितु पाठ्येतर गतिविधियों में भी कौशल संवर्धन हेतु विद्यालय सतत प्रयासरत है। विशिष्ट अतिथि श्री ए.के.मिश्र ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए प्रतिभागी बच्चों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बच्चों की अन्य गतिविधियों का विकास होता है। विद्यालय के प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग किए विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया और कहा कि पुरस्कार वितरण प्रोत्साहन का मुख्य आयाम है। बच्चों को अपनी रूचि के अनुसार विभिन्न गतिविधियों में प्रतिभाग करना चाहिए जिससे न केवल शैक्षिक अपितु शारीरिक और मानसिक विकास भी हो सके। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका सारस्वत पाण्डेय ने साइंस ओलम्पियाड फाउंडेशन एवं अन्य पाठ्येतर गतिविधियों में विजयी विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते हुए कहा कि हमारा स्कूल लगातार अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का प्रयास करता है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, कर्मचारी हमेशा जीवंत, उत्साही और सकारात्मक दृष्टिकोण रखता है। हमारा निरंतर प्रयास है कि प्रत्येक छात्र अपने जीवन के रथ को नियंत्रित करने के लिए सही कौशल संवर्धन और ज्ञान को आत्मसात करे। कार्यक्रम के समापन पर विद्यालय की उपप्रधानाचार्या श्रीमती मधु पाठक ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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