जिला अस्पताल के नेत्र ओटी में टुटे टेबल पर होता है आपरेशन
डाक्टरो की मांग पर अस्पताल प्रशासन नही ले रहा संज्ञान
आजमगढ़: मंडलीय जिला अस्पताल में आखों के आपरेशन करने में इस्तेमाल होने वाले माइक्रोस्कोप लगभग दस वर्षो से खराब पड़ा है। चार डाक्टरों की टीम आए दिन ओटी में जुगाड़ से काम चला रही है जिसके लिए आपरेशन के दौरान मरीजों के जान से खुलेआम इलाज के नाम पर खेलवाड़ हो रहा है। नेत्र चिकित्सकों की माने तो कई बार एसआइसी से मशीन की मांग किया गया इसके बावजूद आज तक कोई कारवाई नही गई जिससे अपरेशन के दौरान मरीजों पर भी संकट छाया है। मंडलीय जिला अस्पताल में चार नेत्र चिकित्सक उपलब्ध है, जिसके लिए प्रत्येक डाक्टर की एक दिन छोड़कर ओटी होती है। जिसमें प्रतिदिन लगभग 15-20 मरीजों का मोतियाबिंद से संबधित आंखो के कई आपरेशन किए जाते है। जिसके लिए आपरेशन के दौरान इस्तेमाल होने वाला माइक्रोस्कोप मशीन लगभग दस वर्षो से खराब पड़ा है जिससे मरीजों के आंख में छोटे-छोटे कण दिखाई देते है जिसके खराब होने से मरीजोंं के इलाज में भी दुश्वारियां सामने आ रही है। हालाकि विभाग की माने तो अस्पताल में जब नेत्र ओटी की स्थापना हुई उसी दौरान आपरेशन की सहायक एक माइक्रोस्कोप मशीन आयी थी जो वर्तमान समय में लगभग दस वर्षो से खराब पड़ी है जबकि चिकित्सको की माने तो तीन वर्ष पूर्व विभागीय अधिकारियों ने किसी सीएचसी पर खराब पड़ी मशीन को सर्फुद किया लेकिन वह भी मशीन जवाब दे गई ऐसे में बिना मशीन के मरीजों का आपरेशन उनके जान के खिलवाड़ से कम नही है। नेत्र चिकित्सकों ने बताया कि ओटी में मरीजों के अापरेशन टेबल, और दवा का भी टोटा है जिसके लिए कई बार एसआइसी को पत्रों के माध्यम से अवगत कराया गया लेकिन आज तक कोई कारवाही नही हुई जिससे मरीजों को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। टुटे टेबल पर हिलने के कारण आपरेशन के दौरान मरीजों के आख का चिरा जरुरत से ज्यादा लग जाता है। इस बारे में एसआईसी डा. अनूप ने बताया कि शासन को माइक्रोस्कोप मशीन के लिए डिमांड भेजा गया है, जैसे की स्वीकृत होती है नई मशीन का इंतेजाम के साथ-साथ ओटी में जो भी समस्या होगी उसे दूर किया जाएगा।
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