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आजमगढ़: रंगारंग कार्यक्रमों से मनाई गई ज्योति निकेतन स्कूल की स्वर्ण जयंती





आज बच्चों का निर्माण अध्यापक,अभिभावक एवं समाज को मिलकर करना है - बिशप डा० यूजीन जोसेफ

शिक्षा का उन्नयन समाज के निर्माण में आवश्यक है - विशाल भारद्वाज, डीएम

आजमगढ़: रविवार को शहर के अतलस पोखरा स्थित ज्योति निकेतन स्कूल का स्वर्ण जयंती समारोह रंगारंग कार्यक्रम के साथ सम्पन्न हुआ। ज्योति निकेतन स्कूल की स्थापना सन् 1971 में तमसा के पावन तट पर डायसिस आफ वाराणसी के धर्माचार्य स्वर्गीय बिशप डा० पैट्रिक डिसूजा के द्वारा किया गया था। आज विद्यालय 50 साल पूरे कर चुका है जिसके फलस्वरूप वर्तमान धर्माचार्य बिशप डा० यूजीन जोसेफ के अध्यक्षता में संपन हुआ जिसमें नगर के तमाम गणमान्य नागरिक अभिभावक एवं बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि बिशप डा० यूजीन जोसेफ, जिलाधिकारी आज़मगढ़ श्री विशाल भारद्वाज, प्रबंधक फादर मैथ्यू कयानी, प्रधानाचार्य फादर प्रकाश दास एवं स्कूल कैप्टन शालीनी सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर प्रकाश दास ने सभी आगन्तुकों का स्वागत किया।
'Prayer Dance' के द्वारा बच्चों ने सर्व प्रथम ईश वन्दना कर के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। के.जी. के बच्चों द्वारा 'Zero the Great', 'Ultimate Rockers' एवं कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के बच्चों द्वारा 'Shouts of Joy', 'Zubi Zubi', 'Rise to the Challenge', 'Ultimate Rockers', 'Nanhe Sipahi', 'Jeete Hain Chal' अनेकों प्रकार के मनोरम नृत्य प्रस्तुत किए गए।
प्रेम एवं दया की प्रतिमूर्ति संत मदर टेरेसा के जीवन पर आधारित झांकी कक्षा 6 के बच्चों के द्वारा प्रस्तुत की गई । अतुल्य भारत कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा अलग-अलग प्रदेशों के लोक नृत्य प्रस्तुत किए गए। रोबोटिक डांस एवं कक्षा 9 के छात्राओं द्वारा वजूद की पहचान में नारी शक्ति को दर्शाते हुए बालिकाओं के द्वारा बताया गया की बालिकाएँ अपने आप में समर्थ हैं। 'ज्योति की महक ' के नाम से विद्यालय के विगत 50 वर्षों की प्रगति के बारे में लघुनाटिका के माध्यम से लोगों को अवगत कराया गया।
समाज में बाल-श्रम एक समस्या बना हुआ है जिसको कक्षा 10 के छात्रों ने अपने नृत्य के द्वारा दर्शाया। पारिवारिक मूल्यों को दर्शाते हुए कक्षा 11 के छात्रों द्वारा झांकी प्रस्तुत की गई सफलता के रहस्य को कक्षा 12 के बच्चों ने बखूबी प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में वर्ष 2021 2022 के आई.सी.एस.ई. (दसवीं) की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले हर्ष सिंह, दीक्षा द्विवेदी, - आएशा आलम, सिद्रा खान एवं आई.एस.सी. (बारहवीं) की परीक्षा में विज्ञान वर्ग में अर्पिता चौबे, मो० माज़ खान, याशिका यादव, उत्कर्ष मिश्रा, वाणिज्य वर्ग में दिव्यांश अग्रवाल, दिव्यम अग्रवाल, आयुषी वर्मा को सम्मानित किया गया।
उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि बिशप डा० यूजीन जोसेफ ने बच्चों को संबोधित किया उन्होंने कहा आज के इस दौर में बच्चों का निर्माण अध्यापक, अभिभावक एवं समाज को मिलकर करना है।
विशिष्ट अतिथि श्री विशाल भारद्वाज ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों के चरित्र निर्माण अभिभावक और विद्यालय दोनों कि जिम्मेदारी है। सबको मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में काम करना है शिक्षा का उन्नयन समाज के निर्माण में आवश्यक है।
उक्त अवसर पर नगर के तमाम गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। जिसमें प्रमुख रूप से विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य फादर हेनरी, सिस्टर बेनेडिक्टा, शिक्षा सचिव फादर थामस आदि उपस्थित थे। अन्त में विद्यालय के कक्षा 12 के छात्र स्कूल कैप्टन श्लोक बरनवाल ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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