यही उद्देश्य की लोग नदियों को साफ-सुथरा रखें और जीवन का श्रोत माने -गंगादत्त मिश्रा, डीएफओ
आजमगढ़: जिले में देवोत्थानी एकादशी की शाम होते ही तमसा नदी के तट का गौरीशंकर घाट पूरी तरह से रोशनी से नहा गया। शाम होते ही तमसा नदी के घाटों पर बड़ी संख्या में मिट्टी और गोबर के दिए सजाए गए। रात होते ही इन दियों का जला दिया गया जिससे पूरा घाट जगमगा गया। इस दीपोत्सव कार्यक्रम को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उपस्थित भी हुए। भक्तों ने तमसा मां की आरती उतारकर नदी के घाटों को साफ-सुथरा और स्वच्छ रखने का संकल्प लिया। मीडिया से बातचीत करते हुए जिले के डीएफओ गंगादत्त मिश्रा का कहना है कि आज हम लोग गौरीशंकर घाट पर गंगा उत्सव मना रहे हैं। दीपोत्सव के माध्यम से नदियों को स्वच्छ रखा जाय, इसके साथ ही घाटों के किनारे भी साफ-सफाई रहे यही उद्देश्य है। लोगों से इस बात की भी अपील की जा रही है कि नदियों में पॉलिथीन और कूड़ा न फेंके। महाआरती का आयोजन कर हम लोग त्योहार मनाने के साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं जिससे लोग नदियों को साफ-सुथरा रखें और अपने जीवन का श्रोत माने। यही संदेश देने की कोशिश हम लोग कर रहे हैं। इस दौरान अयोध्या से आए भक्त आदर्श पाठक ने बताया कि आजमगढ़ आया था। यहां पर दीपोत्सव कार्यक्रम के बारे में पता चला तो देखने का मन हुआ। आदर्श पाठक का कहना है कि जिस तरह से यहां के भक्तों ने आयोजन किया है उसे देखकर अपने को बहुत अभिभूत महसूस कर रहा हूं।
Blogger Comment
Facebook Comment