आजमगढ़: सत्रह वर्षों से न्याय के लिए भटक रही विधवा महिला की पीड़ा को सहृदयी एसडीएम मेंहनगर ने समझा और उसे न्याय दिलाने का आश्वासन देते हुए पीड़िता की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए उसकी भूमि पर अवैध कब्जा कर रखे गए कबाड़ के सामानों को भूमि का स्थलीय निरीक्षण कर जेसीबी की मदद से अतिक्रमण मुक्त कराया। न्यायप्रिय अधिकारी के हाथों की गई इस कार्यवाही की चर्चा क्षेत्र के लोगों की जुबान पर है। मेंहनगर तहसील क्षेत्र के महादेवपारा ग्राम निवासी विधवा रीता देवी पत्नी स्व० रामबेलास राजभर अपनी भूमि पर अवैध कब्जा कर कबाड़ का व्यवसाय करने वाले चार कारोबारी भाईयों की शिकायत तहसील प्रशासन से कर न्याय की गुहार लगाई थी। बीते सत्रह वर्षों से न्याय के लिए भटक रही विधवा ने अभी हाल में मेंहनगर तहसील में एसडीएम की कुर्सी पर आसीन हुए सन्त रंजन की अदालत में एक बार फिर न्याय की गुहार लगाई। एसडीएम ने पीड़ित विधवा की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए गुरुवार की शाम अपने विभागीय कार्यों को निपटाकर राजस्व टीम तथा थानाप्रभारी मेंहनगर के साथ मौके का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंच गए। एसडीएम की मौजूदगी में राजस्व कर्मियों द्वारा मौके पर मापी कराई गई। पीड़िता की शिकायत को सत्य पाते हुए एसडीएम के निर्देश पर मौके पर जेसीबी मंगाकर अवैध अतिक्रमण हटवाया गया। अपने मामले में 17 सालों तक न्याय का इंतजार समाप्त होने पर विधवा की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। एसडीएम के न्यायप्रियता की चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है।
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