पीड़ित ने एसपी द्वारा जारी गोपनीयता रखने वाले फोन नंबर पर बताई थी अपनी व्यथा
आजमगढ़: पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने आज दो आरक्षियों को निलम्बित कर दिया। आरक्षियों द्वारा चोरी के मामले में आवेदक से पैसे वसूलने एवं मामले को रफा-दफा करने का दबाव डालने के आरोप में पुलिस अधीक्षक द्वारा यह कार्रवाई की गयी है। बता दें कि 26 मई को सिधारी थाना पर एक आवेदक द्वारा घर में चोरी संम्बन्धी शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया था। जिसकी जांच हेतु आरक्षी अरविन्द चौबे एवं आरक्षी संदीप जायसवाल को भेजे जाने पर आवेदक को फोन करके थाने पर आने के लिए बताया गया तथा पैसे कि व्यवस्था करने हेतु बातचीत की गई। आरक्षियों द्वारा आवेदक से अपने बैंक खाता में गुगल पे के माध्यम से 2000 रूपये प्राप्त किया गया एवं इस प्रकरण को मैनेज करने के लिए आवेदक के मोबाईल फोन पर बातचीत की गयी। अगले दिन आवेदक ने पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ के द्वारा शुरु की गयी गोपनीय हेल्पलाइन नम्बर पर अपनी व्यथा बताया। पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रकरण की जांच अपर पुलिस अधीक्षक यातायात को भेजकर कराई गई। जांच से उक्त दोनों आरक्षियों की कर्त्तव्य पालन में घोर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता परिलक्षित हुई। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने आज आरक्षी अरविन्द चौबे व संदीप जायसवाल थाना सिधारी को तत्कालिक प्रभाव से निलम्बित कर प्रारम्भिक जाँच का आदेश दिया है।
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