विरासत में मिली सियासत के दंभ का अंत होना ही था : दिनेश लाल यादव
आजमगढ़: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफे की वजह से खाली हुई आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने जीत हासिल कर ली है। रोमांचक मुकाबले में उन्होंने समाजवादी पार्टी उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को हराने में सफलता प्राप्त की है। लंबे समय के बाद आजमगढ़ में निरहुआ ने कमल खिलाने में सफलता हासिल की है। जबकि यहां की दसों विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के ही विधायकों का कब्जा है। भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ ने मतगणना के गहमा-गहमी के बीच दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे अपनी बढ़त निर्णायक होते देख अपने अधिकारिक फेसबुक और ट्वीटर एकाउंट पर आजमगढ़वासियों को बधाई दी है। लिखा है कि जनता ने कमाल कर दिया। यह साबित भी कर दिया कि विरासत में मिली सियासत के दंभ का अंत निश्चित होता है। यह संभव हो सका है, देवतुल्य जनता के आशीर्वाद की बदौलत। ऐसे में आजमगढ़ में हमारी जीत जनता की विजय होगी। उपचुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही जिस तरीके से आप सबने भाजपा को प्यार, समर्थन और आशीर्वाद दिया, उसका मैं ऋणी हो गया हूं। यह जीत कार्यकर्ताओं की मेहनत और आपके भरोसे को समर्पित है। इस बार चुनाव प्रचार में समाजवादी पार्टी के दिग्गजों ने खूब प्रचार तो किया लेकिन अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार से पूरी तरह से दूरी बनाए रखी। वहीं भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही नहीं तमाम मंत्री और विधायकों के अलावा पार्टी पदाधिकारियों ने जमीन पर उतर कर पार्टी के लिए चुनाव प्रचार किया था। वहीं भोजपुरी कलाकार के समर्थन में पूरी भोजपुरी इंडस्ट्री मानो आजमगढ़ उतर आई और निरहुआ के समर्थन में जमकर रोडशो और चुनाव प्रचार किया।
Blogger Comment
Facebook Comment