आजमगढ़: आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर इप्टा राष्ट्रीय समिति के आयोजित 'ढाई आखर प्रेम की' यात्रा नौ अप्रैल राहुल सांकृत्यायन के जन्मदिन पर छत्तीसगढ़ से चली, जो मंगलवार को मशहूर शायर व फिल्म गीतकार कैफी आजमी की 20वीं पुण्यतिथि पर मेजवां गांव पहुंची। यात्रा में शामिल लोगों ने कैफी आजमी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कैफी के नजदीकी साथी कामरेड हरिमंदिर पांडेय के साथ जुटे साथियों ने लाल सलाम के नारे लगाए। इप्टा के गायक ने जब कैफी आजमी के गीत 'कर चले हम फिदा जान-ओ-तन साथियों अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों' सुनाया तो लोगों की आंखें नम हो गईं। इप्टा के राष्ट्रीय महामंत्री राकेश ने कहा कि कैफी आजमी ने अपनी शायरी और गीतों से प्रेम, सौहार्द और गंगा जमुनी संस्कृति को मजबूत किया।वे अपने जीवनकाल के अंतिम समय तक इप्टा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। सीपीआइ के जिलामंत्री खरपत्तू राजभर ने यात्रा का स्वागत किया। बच्चों ने कैफी के गीत प्रस्तुत किए। स्व. कैफों आजमी के प्रयोग किए गए वस्त्रों को याद के लिए रखा गया। शुभचितकों ने नम आंखों से कैफी की बातों को याद कर एक-एक बात का जिक्र किया। संचालन जितेंद्र मिश्रा ने किया। मेजवां वेलफेयर सोसाइटी के मैनेजर आशुतोष त्रिपाठी, शहजाद रिजवी, भावना रघुवंशी, संध्या रस्तोगी,धर्मवीर गगन,राजेश श्रीवास्तव,राजनाथ राज, तृप्ति सिंह सुरेंद्र,गोपाल,सीताराम, संयोगिता, बैजनाथ यादव, जितेंद्र हरिपांडेय,रामनेत यादव, हरिगेन राम,राजेश यादव व श्री कैफी आजमी गर्ल्स कालेज की छात्राएं थीं।
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