नगर क्षेत्र के छह विद्यालयों को तोड़ने की तैयारी है,पर पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हुई
आजमगढ़: परिषदीय विद्यालयों के पुराने व जर्जर भवनों को ध्वस्त किया जाएगा। शासन ने जर्जरों भवनों को ध्वस्त कर मलबा की नीलामी प्रक्रिया जल्द पूरी करने का निर्देश जारी कर दिया है। नगर क्षेत्र के छह विद्यालयों को तोड़ने की तैयारी है, लेकिन अभी तक बच्चों को पढ़ने के लिए प्रशासन स्तर से कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। इससे शिक्षक व अभिभावकों की चिता बढ़ गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से जारी नोटिस में पुराने भवनों को नीलामी के बाद तोड़ने का आदेश दिया गया है। इसमें कुछ विद्यालयों की नीलामी प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। नोटिस जारी होते ही विद्यालय परिवार में खलबली मच गई है। श्री गंगा राय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय पांडेय बाजार में बच्चों को पढ़ने के लिए कोई और व्यवस्था नहीं है। विद्यालय के शिक्षकों ने वैकल्पिक व्यवस्था होने के बाद ही तोड़ने की प्रक्रिया करने का आग्रह पत्र भी बीएसए को सौंपा है। शिक्षकों का मानना है कि बड़ी मेहनत कर बच्चों को स्कूल से जोड़ा गया है। ऐसे में अभिभावक बच्चों को निकालने तक की बात करने लगे हैं। इनका कहना है कि पहले बच्चों की पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था हो, उसके बाद जर्जर भवनों को तोड़ा जाए। नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय फराशटोला, प्राथमिक विद्यालय सिधारी हाइडिल, बालिका उच्चतर प्राथमिक विद्यालय एलवल, उच्चतर प्राथमिक विद्यालय पांडेय बाजार, प्राथमिक विद्यालय बदरका व बालक उच्चतर प्राथमिक विद्यालय एलवल के जर्जर भवनों को तोड़ने का नोटिस पहुंच गया है। अब इन भवनों को तोड़ने की तैयारी चल रही है। खंड शिक्षा अधिकारी, नगर क्षेत्र ने बताया कि जर्जर भवनों को तोड़ने का निर्देश शासन से आया है। बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, उसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। नए भवनों के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
Blogger Comment
Facebook Comment