आज़मगढ़ के लिए अखिलेश यादव का रहना ना रहना दोनो बराबर है- दिनेश लाल यादव
आज़मगढ़: जनपद में आये भोजपुरी फ़िल्म स्टार व भाजपा नेता दिनेश लाल यादव, निरहुआ ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। कहां एक बार अखिलेश यादव मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पिता व चाचा की मदद से बैठ गए थे पर दिमागी रूप से आज तक इस कुर्सी से उतर नहीं पाए हैं। उसी तेवर में रहते हैं, उसी तरह का व्यवहार कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के साथ करते हैं। आजमगढ़ जिले से इस्तीफे को लेकर निरहुआ ने कहा अखिलेश का रहना या न रहना दोनों बराबर है। मीडिया से बात करते हुए कहा कि अखिलेश अपने कार्यकर्ताओं के लिए कुछ नहीं करने वाले हैं। अब तो इस जिले से इस्तीफा दे दिया जब यहां सांसद रहे तब भी कुछ नहीं किया। अखिलेश यादव का जहां स्वार्थ होगा वही काम करेंगे, यही कारण है कि आजमगढ़ को छोड़कर इटावा चले गए। वह खुद के अलावा किसी के बारे में सोचने वाला इंसान नहीं हैं। सदर लोकसभा सीट से सपा मुखिया के खिलाफ भाजपा से चुनाव लड़ चुके निरहुआ ने कहा कि जिले में जो भी काम अधूरा है वह पूरा किया जाएगा। पार्टी के नेतृत्व में चुनाव लड़ाने का निर्देश होगा तो चुनाव भी लड़ा जाएगा। दिनेश लाल निरहुआ ने आजम खान के मामले में चुप्पी और चाचा शिवपाल के सवाल पर कहा कि वह किसी के साथ नहीं खड़े होंगे, सारी बातें विचारधारा की होती है। हम लोग भगवान राम की विचारधारा वाले लोग हैं, भगवान राम को राजा बनना था पर उन्हें वन जाने का आदेश मिला तो समाज के लिए वन चले गए। अखिलेश यादव के बयान सुने होंगे जब वह क्रांतिकारियों व देशभक्तों की तुलना जिन्ना से करते हैं तो ऐसे व्यक्ति की विचारधारा के बारे में समझा जा सकता है। इस तरह की विचारधारा पर चलने वाला व्यक्ति अपने घर परिवार के लिए क्या करेगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
Blogger Comment
Facebook Comment