जिले में चार केंद्रों पर परीक्षा कापियों का मूल्यांकन शुरू हुआ
कहीं परीक्षक भटकते नजर आए तो कहीं पेयजल की किल्लत रही
आजमगढ़: जिले के चार केंद्रों पर शनिवार को पहले दिन दुर्व्यवस्थाओं के बीच यूपी बोर्ड परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन शुरू हुआ। निर्धारित समय सुबह 10 बजे से पहले ही परीक्षक केंद्रों पर पहुंच गए थे लेकिन न तो उनके बैठने की कोई व्यवस्था थी और न ही पीने के लिए पानी की ही। दोपहर बाद परीक्षकों को मूल्यांकन के लिए कापियां दी गईं लेकिन यहां भी खामियां उजागर हुईं। बोर्ड से निर्धारित अंग्रेजी विषय की जगह हिदी, हाईस्कूल विज्ञान की जगह इंटरमीडिएट भौतिक विज्ञान की कापियां परीक्षकों को दी गईं। पहली बार दो साल के बिना अनुभव वाले नवनियुक्त शिक्षक परीक्षक बनाए गए हैं। खास बात यह है कि प्रयोगात्मक परीक्षा कराने की जिम्मेदारी इन्हें सौंपी गई है। सुबह 10 बजे केंद्रों के उप नियंत्रक माध्यमिक शिक्षा परिषद से जूम एप के माध्यम से मूल्यांकन की गाइड लाइन की जानकारी ले रहे थे। दिन में लगभग डेढ़ बजे से जूम एप से मीटिग खत्म हुई तो कई केंद्रों पर टोलियों के डिप्टी हेड नदारद मिले। जो मिले उनके साथ बैठक हुई जिसके बाद मूल्यांकन शुरू हुआ। मूल्यांकन केंद्र राजकीय बालिका विद्यालय में परीक्षक इधर-उधर भटकते नजर आए। पीने लिए पानी की व्यवस्था नहीं थी। डीएवी इंटर कालेज में आरओ खराब था, ऐसे में हैंडपंप ही सहारा था। डीएवी में लगभग दो बजे कापियों का मूल्यांकन शुरू हुआ लेकिन सीट पर परीक्षकों की बैठने की व्यवस्था बहुत ही लचर दिखी। राजकीय बालिका इंटर कालेज में दोपहर तक तो मूल्यांकन कक्ष की सफाई होती रही। कुछ ऐसी ही स्थिति अन्य दो मूल्यांकन केंद्रों की रही। राजकीय बालिका इंटर कालेज की उप नियंत्रण ललिता देवी ने बताया कि आज पहला दिन है। जूम मीटिग व डिप्टी हेड की मीटिग में समय लग गया। एक परीक्षक को दो से चार ही कापियां मूल्यांकन के लिए दी जाएंगी। कल से सभी व्यवस्थाएं नियमित हो जाएंगी।
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