कांग्रेस ने ही जिले का बुनियादी विकास किया, जातिवाद नही केवल अमीर व गरीब का फर्क है- जिलाध्यक्ष
कांग्रेस के घोषित चारों प्रत्याशियों ने जिले में सपा को पटखनी देने का किया दावा
आजमगढ़: जिले में कांग्रेस पार्टी ने चार विधान सभा में प्रत्याशियों की घोषणा कर अपने पत्ते खोले हैं। खास बात है कि चार में से दो महिलाएं हैं। इस प्रकार आधी आबादी को पचास फीसदी की भागीदारी दी है लेकिन आने वाले चुनावों में यह रणनीति कितनी कारगर होगी देखने वाली बात होगी। आजमगढ़ में थोड़ी स्थिति प्रदेश से अलग इसलिए है क्योंकि जहां प्रदेश भर में बीजेपी के खिलाफ सपा समेत अन्य दल लगे हैं वहीं आजमगढ़ में सपा को हराना अन्य दलों का लक्ष्य है। कांग्रेस प्रत्याशियों से बातचीत में उनके मुख्य प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के ही प्रत्याशी नजर आए क्योंकि आजमगढ़ हमेशा से सपा और उसके बाद बसपा के गढ़ के रूप में ही जाना जाता है। इसलिए यहां पर जो भी विपक्षी होता है वह सपा से ही लड़ने की कोशिश करता है। आजमगढ़ सदर से जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह को, मेंहनगर सुरक्षित से निर्मला भारती, सगड़ी से राना खातून व निजामाबाद से अनिल यादव को प्रत्याशी बनाया है। प्रवीण सिंह कांग्रेस जिलाध्यक्ष हैं और डीएवी कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष हैं, अनिल यादव इलाहाबाद विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर टीम राहुल के सदस्य के रूप में एमपी छत्तीसगढ़ में काम कर चुके, राना खातून मऊ नगरपालिका की अध्यक्ष हैं, निर्मला भारती कांग्रेस की जिला महिला अध्यक्ष हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह ने सामूहिक प्रेस वार्ता में बताया कि आजमगढ़ को सपा का गढ़ कहा जाता है लेकिन यहां पर जो मूल समस्याएं हैं उसपर कांग्रेस ने ही काम किया है। जिसको सत्ता में आए कई साल हो गए। वहीं उन्होंने सपा के जातिगत वोट बैंक को लेकर कहा कि कोई जाति विभाजन की बात नहीं है केवल लोग सोए हैं, फर्क केवल अमीर गरीब में है। अखिलेश यादव के घर पर कोई गरीब यादव की बेटी शादी कर नहीं आ पाती। कांग्रेस पार्टी लोगों को जगाने का काम करेगी। लोगों को जाति भेद से अलग मूल समस्याओं पर ध्यान दिलाने और वोट कराने का काम करेगी।
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