अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे हजारों लोगों ने दी श्रद्धांजलि,गूंजता रहा वंदेमातरम का नारा
दोहरीघाट में सरयू तट के मुक्तिधाम पर किया गया अंतिम संस्कार
आजमगढ़: बिलरियागंज थाना क्षेत्र के महवी शेरपुर गांव में मंगलवार की दोपहर सवा दो बजे बलिदानी बीएसएफ जवान विवेक तिवारी का पार्थिव शरीर पहुंचते ही पूरा गांव रो पड़ा। पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। विवेक तिवारी रविवार की देर रात पश्चिम बंगाल के बांग्लादेश बार्डर पर सर्च आपरेशन के दौरान शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर 159 बटालियन के इंस्पेक्टर महेश कुमार के नेतृत्व में बीएसएफ के जवान सरकारी वाहन से लेकर सड़क मार्ग से सवा दो बजे गांव पहुंचे। इस दौरान युवाओं ने भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा, विवेक तिवारी का नाम रहेगा, वंदे मातरम आदि का उद्धाेष कर रहे थे। पार्थिव शरीर को देख माता चंद्रकला, पिता हरिनारायण तिवारी, पत्नी मनीषा, छोटे भाई अमित, बड़ा भांजा प्रवीण शुक्ला, छोटे भांजे प्रतीक शुक्ला सहित परिवार के लोग दहाड़ें मारकर रो पड़े। दो वर्ष की बेटी आभा को पार्थिव शरीर के पास ले जाया गया तो बाकी लोग भी रो पड़े। प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार मयंक मिश्रा ने शहीद को उनके घर पर अंतिम सलामी दी। ग्रामीणों के साथ सभी पार्टियों के नेता अंतिम यात्रा में शामिल हुए। दाह संस्कार सरयू नदी किनारे दोहरीघाट के मुक्तिधाम पर किया गया, जहां मुखाग्नि छोटे भाई अमित ने दी। इस दौरान भाजपा नेता अखिलेश मिश्र गुड्डू, जिला पंचायत अध्यक्ष विजय यादव, भाजपा आजमगढ़ जिलाध्यक्ष ध्रुव सिंह, ब्लाक प्रमुख रमेश यादव, डा. हरिराम यादव, रामपाल सिंह, राधेश्याम सिंह, एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ, सीओ सगड़ी महेंद्र कुमार शुक्ला आदि मौजूद थे।
Blogger Comment
Facebook Comment