फर्जी कैम्प लगा आयुष्मान कार्ड के बहाने लोगों के फिंगर प्रिंट व आधार नम्बर जुटाया
एक शिक्षक की भी तलाश,सभी के खाते सीज करा लगेगा गैंगस्टर
आजमगढ़: पवई थाने की पुलिस ने उंगलियों का क्लोन बनाकर लोगों के बैंक खाते से रुपये निकालने वाले चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक अपराधी दिल्ली में ग्राहक सेवा केंद्र चलाता था और वहीं पर क्लोनिग का तरीका सीखने के बाद गिरोह बनाकर ठगी करने लगा। गिरोह में एक शिक्षक भी शामिल है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस लाइन में एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ ने बताया कि 25 जनवरी को जल्दीपुर गांव के मंजीत कुमार ने कुछ अन्य पीड़ितों के साथ पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि वीर एकलव्य कालेज में मनोज कुमार व फूलपुर कोतवाली के मकसुदिया निवासी सुरेंद्र ने आयुष्मान भारत योजना का कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाया था।उस दौरान लिए गए अंगूठा निशानी और आधार कार्ड का प्रयोग कर खाते से आनलाइन पैसा निकाल लिया गया। थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय व एसआइ योगेंद्र प्रसाद ने सुरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया पूछताछ शुरू की तो राकेश कुमार निवासी ग्राम खुरासो, फूलपुर, अनिल कुमार, बासदेव निवासी ग्राम मानपुर, फूलपुर का नाम प्रकाश में आया।इन सभी को अशरफपुर बसही नहर पुलिया से गिरफ्तार किया गया। आरोपितों की निशानदेही पर पोलिमर रबर स्टैंप मशीन, मोबाइल फोन, फिंगर प्रिंट क्लोन बनाने के उपकरण, पोलिमर रबर स्टैम्प पर फिंगर प्रिट, 2500 रुपये नकदी, कूटरचित फार्म, बटर पेपर तथा बासदेव के कब्जे से एक तमंचा बरामद हुआ। पूछताछ में मुख्य आरोपित राकेश कुमार ने बताया कि हम लोगों ने मिलकर आयुष्मान योजना के फर्जी फार्म तैयार करके वीर एकलव्य इंटर कालेज के शिक्षक मनोज कुमार को पैसे का लालच देकर गिरोह में मिला लिया। 16 दिसंबर को कालेज में कैंप लगाकर करीब 300 लोगों से फार्म व सादे कागज पर अंगूठे का निशान व आधार नंबर प्राप्त कर लिया। उसके बाद पैसा निकाल कर आपस में बांट लिया। राकेश ने बताया कि इसी प्रकार का कृत्य देवगांव व फूलपुर में भी किया था। ग्राहक सेवा केंद्र भी अपने घर पर चलाता हूं। दो साल पहले सिधारी क्षेत्र में इस तरह का कृत्य करने पर पकड़ा गया था। एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ ने बताया कि पकड़े गए साइबर अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए गैंग पंजीकृत किया जाएगा।इनके खातों को सीज करा दिया गया है।
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