2004 में देवगांव कोतवाली क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी है, मामले में 06 अन्य को हो चुका है आजीवन कारावास
आजमगढ़: देवगांव कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार की सुबह क्षेत्र के निहोरगंज बाजार से 17 वर्षों से फरार चल रहे 25 हजार के ईनामी गैंगस्टर को धर दबोचा। गौरतलब है कि विगत 30 मई 2004 को देवगांव कोतवाली क्षेत्र के अहिरौली खीजिरपुर निवासी रामबचन पुत्र विक्रम राजभर व मेंहनगर क्षेत्र के बासूपुर निवासी देवलाश पुत्र सरजू यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमलावर मृतकों के पास रही लाइसेंसी बंदूक भी उठा ले गए थे। इस मामले में मृतक पक्ष की ओर से श्यामलाल राजभर पुत्र रमाशंकर द्वारा अहिरौली खिजीरपुर ग्राम निवासी कल्पनाथ उर्फ कल्पू राजभर पुत्र स्व० तुलसी राजभर एवं आठ लोगों के खिलाफ दोहरे हत्याकांड का मामला दर्ज कराया गया। इस मामले में पुलिस ने आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। जबकि मुख्य आरोपी कल्पनाथ उर्फ कल्पू राजभर घटना के बाद से फरार चल रहा था। उपरोक्त मामले में गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। पुलिस अधीक्षक की ओर से फरार चल रहे कल्पनाथ उर्फ कल्पू पर गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए उसपर 25 हजार का ईनाम घोषित किया गया था। शुक्रवार की सुबह देवगांव कोतवाल शशिमौलि पांडेय को फरार ईनामी अपराधी कल्पनाथ राजभर के बारे में सूचना मिली कि वह क्षेत्र के निहोरगंज बाजार में मौजूद है। पुलिस तत्काल सक्रियता दिखाते हुए बताए गए स्थान पर दबिश देकर ईनामी कल्पनाथ उर्फ कल्पू राजभर को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने पुलिस टीम को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया है।
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