ब्राह्मण भारतीय संस्कृति का प्रतीक और मानवता का नाम है- मधुसूदन त्रिपाठी
आजमगढ़: शहर के रैदोपुर में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के सदस्यता अभियान शुभारम्भ समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए पूर्व शासकीय अधिवक्ता मधुसूदन त्रिपाठी ने कहा कि ब्राह्मण भारतीय संस्कृति का प्रतीक है और ब्राह्मण मानवता का नाम है। उन्होंने कहा कि आज ब्राह्मण समाज को जगाने की जरूरत है। एकजुटता के बूते पर जब हम देश प्रदेश की राजनीति में और यहां की सत्ता पर काबिज होंगे तभी हमारा विकास होगा। विशिष्ट अतिथि चन्द्रभान पाण्डेय ने कहा कि ब्राह्मण पहले से मजबूत रहा है। उन्होंने कहा कि अपने कर्म से हमें अपने आप को ऊंचा उठाना होगा, तभी हमारा विकास होगा। विशिष्ट अतिथि श्री दुर्गा जी पीजी कालेज चण्डेश्वर की पूर्व प्रवक्ता डा0 मालती मिश्र ने कहा कि समाज से पहले हमे परिवार के बारे में सोचना होगा। उन्होंने कहा कि हमें यह चिन्तन करना होगा कि हम पहले कहां थे और आज कहां पर हैं। डा0 मिश्रा ने कहा कि हमें अपने बच्चों को संस्कार देना होगा। इसके लिए हमें खुद को बदलना होगा। सुबह सोकर उठना होगा और सूर्य को जल देना होगा, तब हमारे बच्चे हमसें खुद सीख जायेंगे और वह अपनी परम्पराओं को जीने लगेंगे। अपने से निर्धन ब्राह्मण को मदद करनी होगी, यदि उसके बच्चे शिक्षा नहीं ले पा रहे हैं तो उनके शिक्षा की व्यवस्था करनी होगी और गरीब ब्राह्मण के बेटियों की शादी करानी होगी। संगठित होकर हम राजनैतिक रूप से मजबूत होंगे तो हम चाणक्य बन सकते हैं और चन्द्रगुप्त मौर्य पैदा कर सकते हैं। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के जिला प्रभारी अभिषेक उपाध्याय ने संगठन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारा समाज अगर पीछे है तो उसके लिए हम खुद जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक सभी दलों ने केवल हमारा उपयोग ही किया है। यदि हम संगठित हो जाये तो हमारा मुकाबला करने वाला कोई नहीं होगा। संचालन कर रहे संगठन के जिलाध्यक्ष आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश के सभी शहरी क्षेत्रों में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिपाठी की अगुवाई में आज से 14 दिवसीय सदस्यता अभियान की शुरूआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान की यह रसीद नहीं बल्कि अपने समाज को एक सूत्र में बांधने वाली डोर है। श्री द्विवेदी ने कहा कि हमें अपने समाज के विकास की पटकथा लिखनी होगी। इसके लिए हम लोगों को एक होने की जरूरत है। श्री द्विवेदी ने कहा कि ब्राह्मण समाज का कर्म हमेशा शिक्षा देने का रहा है। ऐसे में यदि हम किसी अन्य व्यवसाय में है तो अपने समाज के गरीब बच्चों को शिक्षा देने में सहयोग करें और उसकी जरूरतों को पूरा करें। इसके साथ ही परिवार के बच्चों को संस्कार व धर्म का ज्ञान भी देना होगा। कार्यक्रम की शुरूआत ईश्वर वन्दना व स्वागत गीत से हुई। हरिहरपुर घराने के कलाकार मोहन मिश्र व शीतला मिश्र ने भी सशक्त प्रस्तुतियां दी। तत्पश्चात मुख्य अतिथि मधुसूदन त्रिपाठी, विशिष्टï अतिथि चन्द्रभान पाण्डेय, डा0 मालती मिश्र, पंकज दूबे व शीतला मोहन मिश्र को अंगवस्त्रतम भेंट किया गया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से मनीष पाण्डेय, अशोक पाण्डेय, विवेक पाण्डेय, आर्याकान्त मिश्र, सुनील उपाध्याय, बबलू पाठक, शेषधर पाठक, अभिषेक उपाध्याय निक्की, सौरभ उपाध्याय, ललितमोहन चौबे, राजेश पाठक, रविकांत त्रिपाठी आदि लोग मौजूद रहे।
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