मेंहनगर के सुरेन्द्र चौहान की शारजाह में बीमारी से मौत हो गई, कौशांबी के सांसद व वन मंत्री ने भी लिखा पत्र
आजमगढ़: जिले के एक कामगार युवक की संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह में मौत के बाद अब परिजनों ने भारत सरकार से उनके बेटे का शव वापस लाने की गुहार लगाई है। परिजनों ने यह गुहार इसलिए लगाई है कि जिससे वह हिंदू रीति रिवाज से उसके शव का अंतिम संस्कार कर सकें। परिजनों ने कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर, प्रदेश सरकार में वन मंत्री दारा सिंह चौहान से भी गुहार लगाई। उनके लेटर पैड से भी केंद्र सरकार से सहायता की गुजारिश की गई है। जिले के मेंहनगर तहसील के सेर्रा गांव निवासी 45 वर्षीय सुरेन्द्र चौहान शारजाह में अलीमुंशा कंपनी में कारपेंटर का कार्य करता था। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए कुछ माह पूर्व ही काम करने खाड़ी देश गया था। 11 मई 2021 को अचानक सुरेंद्र चौहान की तबीयत बिगड़ गई। जिसकी सूचना फोन से कंपनी कर्मचारियों द्वारा दी गई। बताया गया कि वह अल्धौद हॉस्पिटल में भर्ती है। इसके बाद अलीमुंशा कंपनी से ना तो कभी परिवार वालों को फोन आया और ना ही फोन करने पर कभी फोन उठाया गया। सुरेंद्र चौहान के दूर के रिश्तेदार दुबई में ही रहते हैं। जब उन्हें बताया गया तो उन्होंने पता कर बताया कि हॉस्पिटल में भर्ती तो कर लिया गया लेकिन सही ढंग से उनका इलाज नहीं हो पा रहा है। सूचना पाकर मां व पत्नी भाई चिंतित रहने लगे। घरवालों की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते घर से कोई जा नहीं सका। एक दिन पूर्व अल्धौद हॉस्पिटल से फोन आया कि सुरेंद्र चौहान की मौत हो गई है । जिनका शव फ्रीजर में रखा जा रहा है। यह समाचार सुनते ही परिवार में गम का पहाड़ टूट पड़ा। पत्नी पुष्पा देवी ने सांसद विनोद सोनकर लोकसभा कौशांम्बी व दारा सिंह चौहान मंत्री वन पर्यावरण एवं जंतु उद्यान उत्तर प्रदेश के लेटर पैड के माध्यम से भारत सरकार से गुहार लगाई कि उसके पति का शव उसे सौंपा जाए। जिससे परिवार हिंदू रीति रिवाज से दाह संस्कार कर सके। मृतक सुरेंद्र चौहान परिवार में इकलौता कमाने वाला था। इनके परिवार में इनकी माता दुलारी देवी, पत्नी पुष्पा देवी, चार पुत्री बेबी, रिंकी, पिंकी, शांति व एक पुत्र अंकित हैं।
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