स्वजन संग सभी सियासी दलों के लोगों का सैलाब शोक संवेदना व्यक्त करने उमड़ा
आजमगढ़ : इंतजार में पूरा दिन बीत गया। शाम को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर का पार्थिव शरीर पहुंचा तो सम्मान में लोग उठ खड़े हुए। सैकड़ों की भीड़ उनके अंतिम दर्शन को परेशान नजर आई। स्वजन संग सभी सियासी दलों के लोगों का सैलाब शोक संवेदना व्यक्त करने उमड़ा था। दीदारगंज क्षेत्र के लोगों के आंसू तो थम नहीं पा रहे थे। जिलाधिकारी राजेश कुमार व एसपी सुधीर कुमार सिंह ने भी पैतृक गांव बड़गहन पहुंच शोकाकुल परिवार को ढांढस बधाया। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर का किडनी फेल हो जाने के कारण सोमवार की रात निधन हो गया था। उनके निधन की खबर से जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी। परिवार के लोग तड़के ही उनके पैतृक गांव बड़गहन (दीदारगंज) पहुंच आए थे। इंतजार हो रहा था तो पार्थिव शरीर के पहुंचने का। सुबह शोक संवेदना व्यक्त करने को उनके घर लोगों का पहुंचना शुरू हुआ तो देर शाम तक लोग जमे रहे। शाम करीब छह बजे पार्थिव शरीर पहुंचा, तो लोगों की आंखें नम हो गईं। बहुतेरे लोग तिरंगे में लिपटे शव को देख फफक पड़े। उनका व्यवहार ऐसा था कि सियासी दलों के लोग पूरे दिन मौजूद रहे। उनके चुनावी प्रतिद्वंदी व पूर्व विधायक आदिल शेख तो मोर्चा ही संभाले नजर आए। सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, भाजपा के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, पूर्व विधायक बेचई सरोज, पूर्व सांसद दरोगा प्रसाद सरोज, पूर्व सांसद रमाकांत यादव, एमएलसी राकेश यादव, निजामाबाद की नपं चेयरमैन प्रेमा यादव, बसपा प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर, लईक अहमद, डा. अनिल राय, विनोद सिंह समेत कई राजनीतिक हस्तियां मौजूद रहीं। भारी भीड़ के बीच सभी पार्थिव शरीर को पुष्प चक्र, पुष्पांजलि देने को जूझते नजर आए। उनके पुत्र कमलाकांत राजभर शोक संवेदना जताने पहुंचने वालों को दुखी मन से निहारते रहे। बहुतेरे लोगों ने उनके आंसू पोंछते हुए सबकुछ ठीक हो जाने का सांत्वना भी दिए। दिवंगत सुखदेव राजभर के एक पुत्र, पांच पुत्रियां व पुत्र वधू हैं। दुख की इस घड़ी में पूरा परिवार मौके पर पहुंचा था।
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