गम्भीरपुर पुलिस ने दबोचा, सिर और चमड़ा फेंक सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश की थी
आजमगढ़ : प्रतिबंधित मवेशी की हत्या के बाद धार्मिक स्थल पर उसका सिर और चमड़ा फेंककर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश करने वाले तीन लोगों को पुलिस ने शनिवार की सुबह साढ़े छह बजे लहबरिया हाईवे के समीप से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में 18 अक्टूबर को टेकमलपुर के विजय यादव ने पुलिस को मोबाइल से सूचना दी थी कि दहाना बाबा के स्थान के समीप सड़क किनारे कुछ व्यक्तियों ने प्लास्टिक के झोले व बोरी में मवेशी का सिर, चमड़ी तथा अवशेष को फेंक दिया है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे दफन करा दिया था। इस संबंध में उपनिरीक्षक राजेंद्र प्रसाद पटेल ने थाने पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था।उपनिरीक्षक बंशराज सिंह को मामले की जांच सौंपी गई। विवेचना के दौरान एक पशु के मालिक अरविंद निवासी आंवक, थाना रानी की सराय की पहचान हुई, तो राह आसान हो गई। अरविंद से पता चला कि अपनी गाय एक दिन पहले अपने गांव के ही तंजीम को बेचा था। आरोपितों के बारे में भी पता चला तो उन्हें पकड़ने का प्रयास शुरू किया गया।शनिवार की सुबह पुलिस सैनिक ढाबा के पास मौजूद थी कि मुखबिर ने बताया कि तीनों आरोपित लहबरिया हाईवे के पास खड़े हैं। इस सूचना पर तत्काल लहबरिया के पास जमालपुर मदारपुर जाने वाले तिराहे पर पुलिस पहुंची। वहां खड़े दो व्यक्तियों की तरफ मुखबिर ने इशारा किया। इसके बाद पुलिस ने घेरकर पकड़ लिया।पकड़े गए तंजीम व अब्दुल अजीम उर्फ कम्मू रानी की सराय थाना क्षेत्र के आंवक के निवासी हैं। पूछताछ में दोनों व्यक्ति द्वारा अपना अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। अभियुक्तगणों के निशानदेही पर ग्राम आंवक में टावर के पास निर्माणाधीन मकान से दो चापड़ बरामद हुआ। उसके बाद प्रकाश में आए गांव के ही अब्दुल वाहिद को भी पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया।
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