मुबारकपुर पुलिस ने की छानबीन तो सच्चाई पता चली,उधार के पैसे वापस न करने को रची थी साजिश
आज़मगढ़: एक व्यक्ति ने मुबारकपुर
में खुद को चाकू मारकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के झूठी कहानी गढ़ डाली। ऐसी झूठी सूचना देकर पुलिस की भी हैरानी बढ़ा दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पूरा मामला झूठा निकला। शनिवार को झूठी सूचना देने और सामाजिक माहौल बिगाड़ने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार की शाम लगभग पांच मुबारकपुर कस्बे के पूरारानी निवासी यासिर अरफात पुत्र इरशाद अहमद ने पुलिस चौकी पर पंहुच कर बताया कि कुछ देर पहले इस्लामिया हास्पिटल मुहल्ला पुराखिजिर के पास दो
लोगों ने मोटरसाइकिल से आकर उसकी साइकिल को रोक लिया और साम्प्रदायिक व धर्म विशेष पर टिप्पणी करते हुए दाढ़ी को पकड़कर मारने पीटने लगे व चाकू भी मार दिया।
जिसमें मेरा कुर्ता फट गया और मोबाइल भी टूट गया। काफी प्रयास के बाद किसी तरह से जान बच पायी है । उसने पुलिस को यह भी बताया कि बाइक सवार दोनों माथे पर चन्दन लगाये थे और हाथ मे कड़ा पहने थे साथ ही लाल
रंग के गमछे से अपना चेहरा ढाँके थे।
इस गम्भीर सूचना पर मुबारकपुर चौकी प्रभारी तत्काल हमराहियो के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। आस पास के कई लोगों से युवक की बतायी गयी घटना के सम्बन्ध मे जानकारी की
तो घटना को निराधार पाया। फिर भी चौकी प्रभारी ने आस पास CCTV फुटेज को देखा । कही भी इस प्रकार घटना का होना नहीं पाया।
इस पर पुलिस ने यासिर को अकेले मे ले जाकर पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक उसने बताया कि उसने करीब पांच माह पहले कमरुल हक नामक व्यक्ति से 3600 रु लिया था ,जो पुरादुल्हन का रहने वाला है।वह काफी दिनो
से पैसा वापस माँग रहा था । कमरुल को वह पैसा नही दे पा रहा था । ऐसे में यासीर ने सोचा कि अपने आप को चाकू मारकर और झूठी कहानी बनाकर आस पास के लोगो की
संवेदना भी मिल जायेगी और कस्बे का माहौल भी बिगड़ जायेगा, जिससे मै पैसा देने से बच जाऊगा। सच सामने आने पर मुबारकपुर पुलिस टीम ने रोडवेज चौराहे के पास से झूठी सूचना देने और सामाजिक माहौल खराब करने के आरोप में यासीर अरफात पुत्र इरशाद अहमद को गिरफ्तार कर लिया।
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