तीन दिनों से हो रही बारिश की मार गरीबों पर जमकर पड़ी
बारिश के दौरान गिरते रहे आशियाने, मची रही चीख-पुकार
आजमगढ़ : तीन दिनों से हो रही बारिश की मार शुक्रवार को गरीबों पर जमकर पड़ी है। आधा दर्जन से ज्यादा कच्चे मकान जमींदोज होने से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि घायल हुए कई लोगों को निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाकाई पुलिस शवों को कब्जे में लेकर विधिक कार्यवाही में जुट गई है। मकान गिरने के एक अन्य हादसे में पांच बकरियां दबकर मर गईं। शहर कोतवाली क्षेत्र के हरैया गांव निवासी पप्पू अपने छह वर्षीय पुत्री चांदनी के साथ टिनशेड में सोए थे। जिसके चारों तरफ मिट्टी की दीवार बनी थी, जो तेज बारिश के कारण भोर में गिरी तो पिता-पुत्री मलबे में दब गए। दोनों को मलबे से निकालकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चांदनी की मौत हो गई। मृतका एक भाई और दो बहन में छोटी थी। जहानागंज थाना क्षेत्र के गोधौरा गांव निवासी सुफेल पुत्र इद्रीश प्रतिदिन की तरह रात को अपने कच्चे मकान में सोए थे। बारिश के चलते मकान गिरा तो मलबे दब गए। सुबह जब इद्रीश को बाहर निकाला गया तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। उनकी सांसे थमते ही परिवार में कोहराम मच गया। अतरौलिया थाना क्षेत्र के परेमश्वरपुर गांव निवासी मोती लाल पुत्र सम्हारू प्रतिदिन की तरह रात को भोजन करने के बाद सोने चल गए। भोर में बारिश के कारण दीवार गिर गई, जिसके मलबे में दब गये। उन्हें बाहर निकाला गया तो मौत हो चुकी थीं। रानी की सराय के उची गोदाम निवासी छोटू पुत्र प्रसाद, कुमारी इत्यादि मकान में टिनशेड डालकर गुजर बसर करते थे। बारिश के चलते उनका मकान गिरा तो दोनों घायल हो गए। सरायमीर में कौरा गहनी गांव निवासी मोहम्मद यासीर पुत्र शफीउद्दीन का कच्चा मकान धराशायी हुआ, जिसमें करीब 50 हजार की गृहस्थी नष्ट हो गई। तहसीलदार हेमंत कुमार बिद और लेखपाल अजय कुमार गुप्ता ने नुकसान का आकलन किया। महराजगंज में मोतीपुर गांव निवासी रामप्यारे यादव पुत्र छांगुर, बब्लू पुत्र राजू रात को कच्चे मकान में बैठे थे। उसी दौरान तेज बारिश के कारण मकान धराशायी हुआ तो दोनों मलबे में दब कर घायल हो गये। लेखपाल ने में नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट आपदा राहत सहायता को भेज दिया। बिलरियागंज में मैगापुर गांव निवासी लालजी पुत्र मुखई अपने कच्चे मकान में बारिश से बचाव के लिए पांच बकरियां को बांधी थीं। मकान धराशाई हुआ तो मलबे में दबकर पांचों बकरियों की मौत हो गई।
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