खुद काटा था केश, दोनों पक्ष सुलह समझौते को हुए राज़ी
आजमगढ़ : जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के टेकनगाढ़ा गांव में एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया था । यहां एक महिला की पिटाई के बाद सिर के बाल काट दिए गए और उसके बाद कमरे में बंद कर दिया गया। आरोप था कि उसे भोजन के नाम पर सिर्फ चाय और बिस्किट दिया गया था। किसी तरह से महिला मुक्त हुई तो उसने नारी शक्ति संस्थान से संपर्क किया। उसके बाद संगठन ने बल दिया तो वह उनके साथ जीयनपुर कोतवाली पहुंची। 13 जुलाई को नारी शक्ति संस्थान की सचिव पूनम तिवारी के साथ पहुंची महिला ने तहरीर दी थी। महिला ने पुलिस को बताया कि उनके पति मानसिक रूप से कमजोर हैं। दो बच्चे हैं। घर की बड़ी बहू होने के बाद भी उपेक्षित रखा गया तो पति के हक की मांग करने लगी। इससे नाराज ससुराल पक्ष के लोग प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। एक माह पहले बाल काटकर मारा-पीटा और एक कमरे में बंद करके 15 दिन तक भोजन नहीं दिया गया। किसी तरह से मुक्त होने के बाद नारी शक्ति संस्थान के लोगों से मिली। इस मामले में पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि महिला की शिकायत पर जांच कराई गई जिसमें यह पाया गया कि महिला को किसी से बात करते हुए उसके देवर ने देख लिया था जिससे वह बहुत डर गई थी और ससुराल पक्ष प्रताड़ित ना करें इसलिए उसने स्वयं अपना बाल काट कर ससुराल वालों पर आरोप लगाया था लेकिन जांच के बाद सच्चाई सामने आने पर दोनों पक्ष सुलह समझौते के लिए राजी हो गए। दोनों पक्षों ने पुलिस को लिखकर दे दिया है कि वह कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते।
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