बरदह थाना के इंस्पेक्टर के आश्वासन पर पर दो घंटे बाद ग्रामीणों का शांत हुआ आक्रोश
आजमगढ़: जिले के बरदह थाना क्षेत्र के असवनिया गांव में बीते दिनों हुई युवती की हत्या में निर्दोष लोगों को फंसाए जाने का आरोप लगा ग्रामीणों का गुस्सा सोमवार को दिन में फूट पड़ा । सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित ग्रामीणों ने बरदह थाने पर पहुंच कर थाना का घेराव कर दिया । इंस्पेक्टर के आश्वासन पर दो घंटे बाद ग्रामीणों का आक्रोश शांत हुआ और वे अपने घर लौट गए । बरदह थाना क्षेत्र के असवनिया गांव में सात दिन पूर्व 18 वर्षीय युवती पूजा पुत्री उदयभान गौतम की हत्या कर फेका गया शव उसके घर के पीछे पोखरे में मिला था । उक्त युवती बीए की छात्रा थी । मृत युवती के पिता ने पट्टीदार रोहित पुत्र ज्ञानचन्द्र, सौरव पुत्र अज्ञात, रामप्रसाद गौतम पुत्र सभा के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था । बरदह पुलिस ने नामजद दर्ज कराए गए मुकदमा के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया था । हिरासत में लिए जाने की जानकारी जब ग्रामीणों की हुई तो सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित महिलाएं व पुरूष सोमवार को दिन में लगभग 11 बजे बरदह थाने पर पहुंच कर थाने का घेराव कर प्रदर्शन करने लगे । ग्रामीणों का आरोप था कि फंसाए जाने के इरादे से निर्दोष लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है । उन्होंने कहा कि अनिता देवी पत्नी रामप्रसाद भी निर्दोष है और उसे भी फंसाने का प्रयास किया जा रहा है । ग्रामीण मृतका के परिजनों पर ही शक जाहिर कर रहे थे । बरदह इंस्पेक्टर विनय कुमार मिश्र ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझा बुझा कर शान्त कराते हुये कहा कि नामजद होने से कोई भी जेल नहीं जायेगा । मामले की जांच के लिए ही पूछताछ चल रही है । हत्या के मामले में किसी निर्दोष को फंसा कर जेल नहीं भेजा जायेगा । इंस्पेक्टर के आश्वासन पर दो घंटे बाद घेराव समाप्त हो गया । घेराव करने वाले ग्रामीणों में मुख्य रूप से शंकर, कुलदीप, आकाश, रामबचन, सुमिल कुमार, चन्द्रबली, रविन्द्र, बिजेन्द्र, राजेश, भगवन्ता देवी के अलावा अन्य लोग शामिल रहे ।
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