लखनऊ में अजीत सिंह के मर्डर में वांछित था,एससी-एसटी कोर्ट में सरेंडर किया था
तरवां में बरामद सैकड़ों पेटी शराब मामले में हुई गैंगस्टर की कार्यवाही
आजमगढ़ : गैंगस्टर व मऊ के ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख रहे अजीत सिंह मर्डर का आरोपित शूटर प्रदीप सिंह कबूतरा पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुरुआत उसके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई संग हुई है। उसके बाद उसकी जरायम से कमाई गई संपत्ति जब्त की जाएगी। प्रदीप सिंह कबूतरा गत 17 अप्रैल को एससी-एसटी कोर्ट में सरेंडर कर सलाखों के पीछे पहुंच गया था। उसके सरेंडर करने के पीछे पुलिस की विशेष दस्ता (स्वाट टीम) का साए की तरह पीछा करना अहम माना जा रहा था। गैंगस्टर की कार्रवाई तरवां में बरामद सैकड़ों पेटी शराब मामले में हुई है। तरवां थाना क्षेत्र के कबूतरा गांव का प्रदीप सिंह जरायम जगत में जाना-पहचाना नाम है। अचूक निशाना के कारण उसकी पहचान शूटर के रूप में उभरी। कबूतरा गांव का होने के कारण उसे जरायम जगत में मूल नाम से ज्यादा कबूतरा के रूप में जाना जाने लगा। लखनऊ में अजीत मर्डर में पुलिस ने छह जनवरी को ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह, अखंड सिंह व गिरधारी विश्वकर्मा के खिलाफ नामजद एवं तीन अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। केस की छानबीन में प्रदीप सिंह उर्फ कबूतरा का नाम सामने आया। उसके बाद तो आजमगढ़ की तरवां पुलिस अलर्ट हो गई। दरअसल, प्रदीप सिंह का गांव कबूतरा तरवां थाना क्षेत्र में ही पड़ता है। क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम तो साए की तहर पीछे पड़ गई थी। लखनऊ में वारदात होने के बाद तो स्वाट टीम ने उसके घर की निगरानी बढ़ा दी। उसकी गिरफ्तारी के लिए मुखबिरों का जाल बिछ गया, लेकिन तीन माह से ज्यादा समय होने के बावजूद उसका सुराग नहीं लगने पर स्वाट टीम ने स्वजनों पर दबाव बनाना शुरू किया तो उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई शुरू की है, ताकि उसके सल्तनत को नेस्तनाबूद किया जा सके। उसके खिलाफ शराब का अवैध कारोबार करने के भी प्रमाण मिले हैं।
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