लक्ष्य के सापेक्ष जिले में 93 टीकाकरण सेंटरों पर 95.93 प्रतिशत हुआ टीकाकरण
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने भी दिखाया उत्साह, सोमवार को 09 हजार का है लक्ष्य
आजमगढ़ : सरकार ने कोरोना को परास्त करने के लिए 'टीका उत्सव' का सहारा लिया तो ग्रामीण इलाकों से टीकाकरण कराने झूमकर निकले लोगों ने उसे पूरा भी कर दिया। महामारी के खिलाफ जंग में इसे सरकार एवं जनता की सधी हुई चाल कह सकते हैं। रविवार को अवकाश के दिन टीका उत्सव का पहला दिन होने से कई तरह की आशंकाएं परेशान की रहीं। शाम को आंकड़े सामने आए तो सुकून इस बात का हुआ कि शहर से गांव तक लोग कोरोना के खिलाफ जंग शुरू हो गई है। टीका उत्सव को लेकर कोई प्रचार-प्रसार न होने से कई तरह की आशंकाएं इसकी सफलता को लेकर उठने लगी थीं। मंडलीय अस्पताल के नजारे ने निराश भी किया। दरअसल, वहां रजिस्ट्रेशन काउंटर पर ड्यूटीरत महिला कर्मचारी खाली बैठी थीं। लेकिन दिन चढ़ने के साथ टीकाकरण के आंकड़े चौकाने वाले सामने आने लगे। ग्रामीण इलाकों में बूथ पर बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुषों के पंहुचने की बात सामने आई। शाम में आंकड़ों पर मुहर भी लग गई, जिसमें 6000 के लक्ष्य के सापेक्ष 5756 लोगों के टीका लगवाने की बात सामने आई, जो लक्ष्य का 95.93 फीसद रहा। पहले दिन की सफलता के बाद स्वास्थ विभाग ने दूसरे दिन के लिए 9000 लोगों को टीका लगवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। टीकाकरण सेंटरों की संख्या पहले दिन की तरह 93 ही रहेगी। स्वास्थ प्रशासन को उम्मीद है कि चार दिनों 45 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले बड़ी संख्या में लोगों को कवर कर लिया जाएगा। टीकाकरण में ड्यूटीरत कर्मचारियों को मानसिक रूप से तैयार किया गया है, कि टीकाकरण अभियान को सफल बनाकर कोरोना को हराना है।
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