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आज़मगढ़: ग्रामीणों ने विश्वविद्यालय नहीं तो वोट नहीं का नारा किया बुलंद



भंडाफोड़ रैली में जिला प्रशासन,सत्ता पक्ष व विपक्ष के नेताओं पर लगाया मिलीभगत का आरोप

आज़मगढ़: जिले में राज्य विश्वविद्यालय को लेकर विगत दो माह से उत्पन्न अनिश्चितता और भ्रम की स्थिति से क्षुब्ध जनपद वासियों और ग्राम वासियों ने भंडाफोड़ रैली आयोजित कर जमकर भड़ास निकाला। जिला प्रशासन की हीलाहवाली से रुष्ट वक्ताओं ने विश्वविद्यालय के साथ खिलवाड़ करने के लिये जिला प्रशासन, जिले के जनप्रतिनिधियों और सत्तापक्ष के कुछ नेताओं की मिलीभगत पर आड़े हाथों लिया। रैली के अंत में मत बहिष्कार के निर्णय संबंधी राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र सिंह को सौंपा। भंडाफोड़ रैली को सम्बोधित कर रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि विश्वविद्यालय अभियान के संघर्ष और पार्टी की मांग पर योगी सरकार ने आज़मगढ़ को विश्वविद्यालय की सौगात दी है। किन्तु जिला प्रशासन विपक्ष और सत्तापक्ष के कुछ नेताओं को खुश करने के लिये मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जिसे कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। भाजपा नेता अनुज सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन पिछले 2 माह से विश्वविद्यालय को लेकर झूठ बोल रहा है हमें गुमराह कर रहा है। इसका जवाब हम पंचायत चुनाव में मत बहिष्कार करके करेंगे। जिसकी सुचना आज शासन प्रशासन को दे दी गई है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संगठन मंत्री ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि वह स्वार्थी नेताओं के हाथ की कठपुतली न बने। अन्यथा उग्र आन्दोलन होगा। विश्व हिन्दू परिषद के जिला उपाध्यक्ष दीनानाथ सिंह ने कहा कि जनपद के जो नेता विश्वविद्यालय की मांग उठाने और उसके औचित्य पर ही प्रश्न खड़ाकर उस को नजर अंदाज करते थे आज वही नेता जिला प्रशासन के साथ साथ गांठ करके विश्वविद्यालय के नाम पर अपनी रोटी सेंकने में लगे हैं। हिन्दू जागरण मंच के नेता अभिषेक गुप्ता ने जिला प्रशासन और जनपद के चंद स्वार्थी नेताओं के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ने का आह्वान किया। बी एस एन एल कर्मचारी सघ के प्रदेश उपाध्यक्ष गुलाब राय ने कहा कि हम लड़ के विश्वविद्यालय लिये हैं अब अड़के मोहब्बत पुर में विश्वविद्यालय बनवाएंगे। कार्यक्रम संचालन भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता अजय सिंह ने किया। मोहब्बतपुर और दौलतपुर ग्रामसभा के ग्रामवासियो ने हाथ उठाकर विश्वविद्यालय नहीं तो वोट नहीं का नारा दिया और मत बहिष्कार का एलान किया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि डेढ़ वर्ष पूर्व खरीदी गई विश्वविद्यालय की मोहब्बतपुर की भूमि पर शिलान्यास होना प्रतीक्षारत था अचानक 08 फरवरी को जिलाधिकारी ने इसे लो लैंड बताकर मकरहा, कोटिला आदि में दूसरी जमीन खोजने लगे। दबाव पड़ने पर बयान दिए कि विश्वविद्यालय मोहब्बतपुर ही बनेगा। किन्तु जिला प्रशासन द्वारा निजामाबाद में जमीन चिन्हित करने की कवायद ने पुनः आक्रोश बढ़ा दिया है। जिला प्रशासन द्वारा बार बार झूठ बोलने और जनपद के कुछ नेताओं की मिलीभगत ने आग में घी का काम किया। अब ग्रामवासी पंचायत चुनाव में उन्हें ठेंगा दिखाने का निर्णय कर चुके हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर सह प्रमुख रवि प्रताप सिंह, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग प्रमुख संदीप गोड़, संगठन मंत्री शिवम जी, बजरंग दल के उपाध्यक्ष अरविन्द मोदनवाल, विश्व हिन्दू महासंघ के विभाग प्रमुख विष्णु कांत मिश्रा, महाराणा सेना के अध्यक्ष विजेंद्र सिंह, छात्रनेता तबरेज़, आशीष यादव, सत्यजीत श्रीवास्तव, संतोष पाण्डेय, अनीता द्विवेदी, आलोक गोड़,संयोजक डा सुजीत भूषण, डा प्रवेश सिंह, डा ईश्वर चंद त्रिपाठी, राकेश गाँधी, अमित सिंह, शिवबोधन उपाध्याय, प्रमोद सोनकर, अरविन्द चित्रांश, सरोज गिरी, संजय निषाद, अमित शर्मा, अंकित पाण्डेय, विशाल मौर्य आदि बड़ी संख्या में विभिन्न महाविद्यालयों के छात्रनेता और ग्रामवासी उपस्थित रहे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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