मण्डलायुक्त ने की आज़मगढ़ विकास प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा
जिन अवैध निर्माण कार्यों में ध्वस्तीकरण का आदेश पारित है, उसे तत्काल ध्वस्त किया जाय: जिलाधिकारी
आज़मगढ़ 8 जनवरी -- मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने आज़मगढ़ विकास प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि विनियमित क्षेत्र के अन्तर्गत जो भी बड़े मैरिज हाल और हास्पीटल हैं उनके स्वामियों से सम्पर्क कर उनमें पार्किंग की व्यवस्था को सुनिश्चित कराया जाय तथा आवश्यकतानुसार ऐसी जगहों पर अग्निशमन यन्त्र भी लगवाये जायें। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने शुक्रवार को अपने कार्यालय के सभागार में आज़मगढ़ विकास प्राधिकारिण की आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए विकास प्राधिकरण की आय बढ़ाने के लिए नक्शे पास करने में तेजी लाई जाय। इसके अलावा रेगुलर शमन योजना जिसपर फिलहाल रोक है, के पुनः आरम्भ होने पर इस ओर विशेष ध्यान दिया जाय, जिससे विकास प्राधिकरण की आय में आई कमी को पूरा किया सके। उन्होंने अवैध निर्माण कम सील किये जाने पर विकास प्राधिकरण के सहायक अभियन्ता पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल इस दिशा में तेजी लाने का निर्देश दिया। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने निर्देश दिया कि विनियमित क्षेत्र में सरकारी जमीन पर सतर्क नज़र रखी जाये, किसी भी दशा में उस पर अवैध कब्जा नहीं होना चाहिए, इसके अलावा यदि ग्रीन बेल्ट में कोई निर्माण कार्य होता है तो इसके लिए जिम्मेदारी अधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। मण्डलायुक्त ने विनियमित क्षेत्र के अन्दर हो रही अवैध प्लाटिंग को सख्ती से रोकने का निर्देश दिया तथा कहा कि विकास प्राधिकरण के सचिव एवं सहायक अभियन्ता दो दिन के अन्दर पूरे क्षेत्र का भ्रमण कर लें और जहाॅं जहाॅं अवैध प्लाटिंग पाई जाती है उसके सम्बन्ध में मीडिया और अन्य प्रचार माध्यमों से लोगों को ऐसे प्लाट खरीदने से होने वाले नुक्सान के प्रति जागरूक करें। इस अवसर पर जिलाधिकारी राजेश कुमार ने अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही कम मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि जिन अवैध निर्माण कार्यों में ध्वस्तीकरण का आदेश पारित हो चुका है उसे तत्काल ध्वस्त कराया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी अवैध निर्माण हो रहे हैं उसे तत्काल सील करें तथा सुनिश्चित करें उक्त अवैध निर्माण के पुनः प्रारम्भ होने की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। इस दौरान सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि नगर स्थित एक निर्माण कार्य को प्राधिकरण द्वारा सील किया गया था परन्तु सील तोड़ दी गयी है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी राजेश कुमार ने थाना कोतवाली से सम्पर्क कर तुरन्त सम्बन्धित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जो बिल्डिंग सील की जाय उसकी वीडियाग्राफी और फोटोग्राफी अवश्य करायें तथा उसे फाइल में भी अनिवार्य रूप से रखें। जिलाधिकारी ने अवैध निर्माण कम सील होने पर भी सहायक अभियन्ता पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया। बैठक में सचिव, आज़मगढ़ विकास प्राधिकरण बैजनाथ, अधिशासी अभियन्ता आवास विकास परिषद महेन्द्र कुमार, विकास प्राधिकरण के सहायक अभियन्ता प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, अवर अभियन्ता अभिषेक वर्मा आदि उपस्थित थे।
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