निजी अस्पतालों में केवल इमरजेंसी सेवा चालू रखी गई,बैरंग लौटे सामान्य मरीज
आजमगढ़: खिचड़ी मेडिकल शिक्षा के खिलाफ आजमगढ़ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा ओपीडी चिकित्सकीय सेवा बन्द रखी। सामान्य मरीजों को जहां बैरंग लौटना पड़ा वहीं संगठन ने गंभीर मरीजों के लिए आपातकालीन चिकित्सा जारी रखी । सुबह से ही एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन अध्यक्ष डा० डी पी राय, डा० खालिद, डा० फुरकान, डा० जावेद अख्तर, डा० एके राय ने लगातार चक्रमण करते हुए और अपने चिकित्सकों से क्लिनिक व अस्पताल में केवल इमरजेंसी सेवा चालू सुनिश्चित किया। डा० डी पी राय ने कहा कि खिचड़ी मेडिकल शिक्षा के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन पूरी तरह रणनीतिक तौर पर मुखर हो चुका है। सरकार द्वारा खिचड़ी मेडिकल शिक्षा को जब तक वापस नहीं लिया जाता है, तब तक एसोसिएशन इसका विरोध करता रहेगा। डा० राय ने बताया कि आईएमए के प्रदेश संगठन के आह्वान पर आगे भी रणनीति बनाकर आगामी प्रदर्शन जारी रखा जायेगा। डा० खालिद व डा० जावेद अख्तर ने कहा कि खिचड़ी मेडिकल शिक्षा का आईएमए पुरजोर विरोध कर रहा है, जिसको लेकर पूर्व में भी सांकेतिक मौन प्रदर्शन भी चिकित्सकों द्वारा किया गया था और फिर भी मांगों के प्रति भी सरकार की उदासीनता को देखते हुए आईएमए द्वारा यह बंदी किया जा रहा है। सरकार को अपने निर्णय पर विचार करते हुए तत्काल इसे वापस लेना चाहिए। आईएमए के चिकित्सकों ने अपने कार्यालय पर पहुंचकर आगामी रणनीति को लेकर बैठक की और मांग पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया। बताते चलें कि जनपद में शहर के आईएमए के सभी चिकित्सक शुक्रवार को सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक अपने हास्पिटल, क्लिनिक पर ओपीडी सेवा को बंद रखे रहे। मात्र गंभीर मरीजों के लिए इमरजेंसी व कोविड-19 के मरीजों का चिकित्सकीय सेवा देकर आम जनता को राहत दिया लेकिन प्रतिदिन के आने वाले मरीजों को निराश ही लौटना पड़ा। इस अवसर पर डा. जोरार, डा आशीष, डा. आमिर आलम, डा दानिश, डा. नंदलाल यादव, डा. विनोद राय, डा. अमित सिंह इत्यादि लोग उपस्थित रहे।
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