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आज़मगढ़: उद्यमियों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से किया जायः मण्डलायुक्त


औद्योगिक आस्थानों एवं औद्योगिक क्षेत्रों हेतु विद्युत सप्लाई आदि का पूर्ण विवरण दें-मण्डलायुक्त

आज़मगढ़ 28 सितम्बर -- मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने कहा है कि मण्डल के जनपदों में अधिक से अधिक युवाओं को उद्योग स्थापना के लिए किया जाय तथा उन्हें शासन द्वारा अनुमन्य सभी सुविधायें समय से उपलब्ध कराई जायें, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने स्वरोजगार हेतु शासन द्वारा संचालित योजनाओं का वृहद स्तर पर निरन्तर प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। मण्डलायुक्त श्री पन्त सोमवार को अपने कार्यालय के सभागार में मण्डलीय उद्योग बन्धु की आयोजित बैठक की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने कहा कि प्रदेश के मा.मुख्यमन्त्री जी द्वारा गत दिवस वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से उद्यमियों के समक्ष आ रही हर छोटी बड़ी समस्या के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिये गये हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि उद्योगों के प्रति शासन पूरी तरह गंभीर है, इसलिए उद्योगों के समक्ष आ रही समस्याओं को सम्बन्धित विभाग के अधिकारी प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करना सुनिश्चित करें। बैठक के दौरान मण्डलायुक्त श्री पन्त ने तीनों जनपदों से आये उद्यमियों एवं व्यापरियों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी की। इस दौरान मऊ से आये व्यापारी कल्याण बोर्ड के मण्डल प्रभारी संजय वर्मा ने अवगत कराया कि मऊ में रजनिया फीडर से विद्युत आपूर्ति की काफी समस्या है, जिससे व्यापारियों को काफी कठिनाई हो रही है। इस पर मण्डलायुक्त ने मुख्य अभियन्ता विद्युत को निर्देश दिया कि आगामी बैठक में उक्त फीडर से एमआरआई द्वारा प्रमाणित विद्युत सप्लाई का पूरा विवरण प्रस्तुत करें। इसी प्रकार जनपद आज़मगढ़, मऊ एवं बलिया में औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई रोस्टर के अनुरूप नहीं होने तथा कम सप्लाई की समस्या बताई गयी। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने इस स्थिति पर असन्तोष व्यक्त करते हुए मुख्य अभियन्ता विद्युत को निर्देशित किया कि औद्योगिक क्षेत्रों एवं औद्योगिक आस्थानों हेतु रोस्टर के अनुसार विद्युत आपूर्ति कराने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बिजली घरों को मिलने वाली ऊर्जा, उसमें से खर्च होने वाली ऊर्जा, बिलिंग की स्थिति एवं उससे प्राप्त राजस्व आदि का पूर्ण विवरण भी प्रस्तुत करें। विद्युत समस्या के अतिरिक्त उपस्थित उद्यमियों द्वारा मण्डल के जनपदों में बैंकों के स्तर पर लोनिंग की समस्या से भी अवगत कराया जिस पर उन्होंने तीनों जनपद के एलडीएम को तत्काल इसमें गति लाने का निर्देश दिया।
मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने समीक्षा के दौरान पाया कि ओडीओपी में ऋण सहायता योजना के अन्तर्गत आज़मगढ़ में निर्धारित लक्ष्य 88 के सापेक्ष 122 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 9 स्वीकृत हुए तथा 2 लोगों को मार्जिन मनी 5 लाख रुपये वितरित कर दी गयी है। मऊ में कुल लक्ष्य 40 के सापेक्ष प्राप्त 45 आवेदन में से 5 स्वीकृत हुए तथा 3 लाभार्थियों को कुल 13.75 लाख रुपये वितरित किये गये हैं। इसी प्रकार बलिया में कुल लक्ष्य 16 के सापेक्ष 61 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 10 स्वीकृत हैं तथा 2 लाभार्थियों को मार्जिन मनी के कुल 2.25 लाख रुपये वितरित किये जा चुके हैं। इस प्रकार ओडीओपी में मण्डल के जनपदों की खराब स्थिति के बारे में पूछे जाने पर अवगत कराया गया कि बैंकों के स्तर पर अपेक्षित सहयोग की कमी के कारण इसमें अभी तक लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति नहीं हो सकी है। जनपदों के एलडीएम द्वारा इस सम्बन्ध में बताया कि लाॅंकडाउन के कारण कार्य प्रभावित रहा है, गत माह से इस ओर विशेष प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। इस पर मण्डलायुक्त ने सख्त निर्देश दिया कि आगामी माह तक हर हालत में प्रगति लक्ष्य हो जानी चाहिए। बैठक में उद्योग से सम्बन्धित अन्य बिन्दुओं के साथ ही प्रधानमन्त्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमन्त्री युवा स्वरोजगार योजना पर भी विस्तार से चर्चा की गयी।
इस अवसर पर संयुक्त आयुक्त उद्योग रंजन चतुर्वेदी, उपायुक्त उद्योग मऊ राजेश रोमन, प्रभारी उपायुक्त उद्योग आज़मगढ़ प्रवीण कुमार मौर्य, प्रभारी उपायुक्त उद्योग बलिया राजीव पाठक, मुख्य अभियनता विद्युत आरआर सिंह, उप श्रमायुक्त रोशन लाल, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद चैधरी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी एवं तीनों जनपदों से आये उद्यमी उपस्थित थे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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