जो गरीब तबके के लोग हैं, वे किश्तों में फीस जमा कर सकते हैं,विद्यालय प्रबंधन उनकों फोर्स नहीं करेंगे- राजेश कुमार , डीएम
आजमगढ़: लॉकडाउन के दौरान बच्चों की फीस जमा करने को लेकर आए दिन मिल रही शिकायतों और अटकलों को जिलाधिकारी राजेश कुमार ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने पहले तो इस बात का निर्देश दिया कि जिन सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के बच्चे निजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। वे समय से अवश्य फीस जमा कर दें। जिससे संबंधित स्कूल व काॅलेजों के कर्मचारियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। हां, जो गरीब तबके के लोग हैं, वे किस्तों में फीस जमा कर सकते हैं। लेकिन विद्यालय प्रबंधन उनकों फोर्स नहीं करेंगे। उन्हाेंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि संचालकों को वाहन फीस नहीं लेना है। पिछले सत्र में जाे भी फीस निर्धारित थी, उसमें निर्धारित वृद्धि ही ले सकेंगे। स्मार्ट क्लास के नाम पर भी फीस नहीं ले सकते हैं। एडवांस फीस के लिए अभिभावकों पर दबाव नहीं बनाएंगे। यदि इस तरह की शिकायत मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्हाेंने अभिभावकों से अपील किया कि जिन स्कूलों में उनके बच्चे पढ़ रहे हैं, वे वास्तविक फीस जमा कर दें। इसमें किसी प्रकार की छूट या माफी जैसी कोई बात नहीं है, यह पहले ही निर्देश दिया जा चुका है की पिछले वित्त वर्ष का फीस पैटर्न ही बिना किसी बढ़ोत्तरी के इस वर्ष भी लागू होगा।
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