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क्या रमाकांत यादव अब भगवान् श्री कृष्ण की प्रतिमा का पूजन नहीं करेंगे ? - ब्रजेश यादव,उपाध्यक्ष,भाजपा


भाजपाइयों ने विवादित बयान देने पर पूर्व सांसद का पुतला फूंक उन पर कार्यवाही करने की मांग की 

उन्हें पता नहीं है कि अपने धर्म और ईश्वर में विश्वास रखते हुए भी उच्च शिक्षा प्राप्त की जा सकती है- ब्रजेश यादव 

आजमगढ़: लम्बे समय तक भाजपा में झंडाबरदार रहे पूर्व सांसद रमाकांत यादव अब जनपद में अपनी राजीतिक जमीन तलाश रहे है इसी को लेकर पहले कोरोना पर अनाप-शनाब बयान देकर मुकदमा के भय से यूं टर्न ले लिये तो वर्तमान में राजनीति स्वार्थ में चूर रमाकांत यादव मूर्ति पूजन पर विवादित टिप्पणी कर अपने खोये हुए वोटों की तलाश में एक धर्म को ठेस लगाने जैसा बयान दे दिया। पूर्व सांसद की टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया से लगायत हर जगह उनके खिलाफ लोगों में उबाल हैं। इसी को लेकर भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष ब्रजेश यादव के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट चौराहें पर रमाकांत यादव का प्रतिकात्मक पुतला फूककर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष ब्रजेश यादव ने बताया कि बीते दिनों पूर्व सांसद रमाकांत यादव ने अपने आवास पर युवाओं के हाथों से रक्षा सूत्र उतरवाए और हिंदू धर्म के विरोध में अशोभनीय बातें कहीं। इस कृत्य की जितनी निंदा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि रमाकांत यादव लोगों से कह रहे कि वे मंदिरों में ना जा करके शिक्षा के मंदिरों में जाए। इस पर ब्रजेश यादव ने उनसे सवाल करते हुए कहा कि क्या वो अन्य धर्मों के खिलाफ भी इस तरह की टिप्पणी कर सकते हैं। अगर उनमें इतनी कुव्वत है तो वह दूसरे धर्मों के खिलाफ भी बोल कर दिखायें। रमाकांत यादव सारी पार्टियों से घूम-घूम वोट का राशन डकार चुके है अब उनके गलत आचरण के कारण ही उन्हें कहीं ठिकाना मिलना कठिन है। अभी वे धरातल में पहुंची समाजवादी पार्टी में एक बार फिर किसी तरह राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के दया पात्र पर पार्टी में शामिल हुए है और ओछी मानसिकता के बूते अपनी वजूद की तलाश कर रहे है लेकिन ऐसे ढोंगी और धर्म के खिलाफ बोलने वाले शख्स के व्यक्तित्व को सब समझ चुके है इसीलिए अनाप-शनाप बयान जारी कर सस्ती चर्चा में बने रहना चाहते हैं। शायद उन्हें पता नहीं है कि अपने धर्म और ईश्वर में विश्वास रखते हुए भी शिक्षा प्राप्त की जा सकती है। आज रमाकांत यादव भले ही मूर्ति पूजा का विरोध कर रहे हो लेकिन उनके कई फोटोग्राफ ऐसे हैं जिसमें भी मंदिर में पूजन अर्चन में लीन नजर आ रहे हैं। वह खुद तो अपने घर पर महामृत्युंजय का जाप करवाते हैं दूसरी ओर लोगों को मूर्ति पूजा छोड़ने का सलाह दे रहे हैं। ब्रजेश यादव ने आगे कहा कि रमाकांत यादव से जानना चाहता हूं कि वे खुद यदुवंशी हैं, तो क्या वह भगवान श्रीकृष्ण के अस्तित्व से भी इंकार करते हैं, क्या वह भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा का पूजन अब नहीं करेंगे अगर ऐसा है तो उन्हें खुद को यदुवंशी कहलाने का अधिकार नहीं है। जहां तक शिक्षा की बात है अपने धर्म के प्रति आस्था रखते हुए भी अच्छी शिक्षा ग्रहण की जा सकती है। ब्रजेश यादव ने आगे बताया की देश में हिंदू धर्म और संस्कृति के प्रति जो अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र चल रहे हैं, उसी षड्यंत्र का हिस्सा पूर्व सांसद बन गए हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग किया कि हिंदू धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार करने के मामले का संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए अन्यथा हम इन्हें सबक सिखाने का काम करेंगे।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष अजय सिंह, जिला महामंत्री पवन सिंह मुन्ना, पूर्व महामंत्री रवि शंकर तिवारी, पूर्व नगर अध्यक्ष पवन देव त्रिपाठी, पूर्व युवा मोर्चा अध्यक्ष मनीष सिंह, संतोष शिल्पकार, जितेंद्र सिंह, चंद्रपाल सिंह, पप्पू चौहान, सौदागर भारती, आदर्श शुक्ला, विवेक निषाद, इस्माइल फारूकी, वरुण राय, निखिल राय, विजय कुमार, शशांक सिंह आदि मौजूद रहे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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