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आजमगढ़: प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने की थी युवक की हत्या, मासूम बच्चे ने खोली पोल

दीदारगंज थाना क्षेत्र के निकासीपुर गांव में स्थित नहर में फेंकी गयी थी लाश 

आजमगढ़: जिले के दीदारगंज थाना क्षेत्र के निकासीपुर गांव में स्थित नहर में 18 मई को हत्या कर फेंकी हुई युवक की लाश की गुत्थी रविवार को आरोपियों की गिरफ्तारी होने के साथ ही सुलझा ली गई। पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। प्यार में बाधा उत्पन्न करने पर इन दोनों ने मिलकर उसे मौत के घाट उतारा था। युवक के शव की पहचान उसके भाई ने की थी। जिससे पुलिस उसकी पत्नी तक पंहुची लेकिन वो इंकार करती रही , आखिरकार पुलिस की नजर मृतक के 05 वर्षीय मासूम पुत्र पर गयी और उसने सब सच बता दिया। पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया ।
एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की गिरफ्तार आरोपियों में रेखा देवी पत्नी स्व. रमेश राजभर निवासी दीदारगंज थाने के निकासीपुर और उसका प्रेमी अंकित यादव है। वह दीदारगंज थाने के चितारा महमूदपुर गांव का निवासी है।  रेखा देवी तीन बच्चों की मां है। रेखा का उसके पति रमेश राजभर से अक्सर झगड़ा होता था। करीब छह माह पूर्व रेखा अपने पति की हरकतों से तंग आकर आत्महत्या करने के लिए निकल गई थी। बाहर जाने पर रेखा की पहचान चितारा महमूदपुर गांव निवासी अंकित यादव से हो गई। अंकित ने ही रेखा को मरने से बचाया। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत के साथ ही प्रेम प्रसंग चलने लगा। एक दिन रमेश राजभर ने घर में रेखा और अंकित को साथ में देख लिया। इसके बाद रेखा को बहुत पीटा। घटना के बाद से ही रेखा और उसके प्रेमी अंकित यादव अपने बीच से रमेश राजभर को हटाने की योजना तैयार की। 16 मई की रात रेखा ने पति को नींद की गोली खिला कर अपने हाथों से उसकी गला काट कर हत्या कर दिया , इस दौरान प्रेमी भी उसके साथ था।  रमेश की मौत के बाद दोनों ने उसकी लाश एक बोरे में भरकर घर में छिपा दिया। 17 मई की रात दोनों लाश ले जाकर निकासीपुर गांव में स्थित नहर पुल के नीचे फेंककर फरार हो गए। 18 मई को रमेश की लाश बरामद हुई। शव मिलने के बाद पुलिस लाश की पहचान कराने के प्रयास में जुट गई। 22 मई को मुखबिर के जरिए पता चला कि निकासीपुर गांव निवासी रमेश राजभर गायब है।
इसके बाद पुलिस रमेश के भाई बिंद्रेश राजभर के पास पहुंची जो अलग रहता है। उसे थाने बुलाकर लाश की पहचान कराई। पहचान सुनिश्चित होने के बाद पुलिस ने पत्नी पर दबाव बनाया तो उसने साफ़ इंकार कर दिया।  लेकिन मृतक के 05 साल के मासूम बेटे ने पुलिस को बता दिया की माँ और अंकित चाचा ने पापा को मारा है। तब दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पुलिस घटना में प्रयुक्तदराती आदि बरामद करते हुए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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