सन्दर्भ डिफाल्टर होने पर कोई बहानेबाजी नहीं सुनी जायेगी, सीधे कार्यवाही की जायेगी: मण्डलयुक्त
आज़मगढ़ 9 सितम्बर -- आईजीआरएस पोर्टल पर लम्बित सन्दर्भों का समयवद्ध निस्तारण करा कर प्रदेश में आज़मगढ़ मण्डल को प्रथम स्थान पर लाने के प्रति दृढ़ संकल्पित मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी द्वारा पोर्टल की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। तत्क्रम में मण्डलायुक्त द्वारा समीक्षा के दौरान आईजीआरएस पोर्टल पर प्रदर्शित सीएम हेल्पलाइन पर मण्डल स्तर के तीन अधिकारियों के स्तर पर सन्दर्भ डिफाल्टर मिलने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए तीनों मण्डलीय अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दिये जाने का निर्देश दिया है। इसी के साथ उन्होंने आज़मगढ़, मऊ एवं बलिया के अपर जिलाधिकारी जो आईजीआरएस के नोडल अधिकारी भी हैं, को आगाह किया कि प्रतिदिन नियमित रूप से पोर्टल की समीक्षा कर प्रकरण डिफाल्टर होने के कम से कम तीन दिन पूर्व ही अनिवार्य रूप से निस्तारित करा दिया जाना सुनिश्चित करें, इसमें किसी प्रकार की कोई बहानेबाजी नहीं सुनी जायेगी। मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी द्वारा सोमवार को की गयी समीक्षा में पाया गया कि एडी बेसिक के स्तर पर 3 सितम्बर से, उप निदेशक मत्स्य पालन के स्तर पर 4 सितम्बर से तथा क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी के स्तर पर 1 सितम्बर से प्रकरण डिफाल्टर हैं, जबकि सम्बन्धित अधिकारियों को निस्तारण हेतु बार-बार स्मरण भी कराया जा चुका है। इस पर मण्डलायुक्त ने सख्त रवैया अपनाते हुए इन तीनों अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए इनकी चरित्र पंजिका पर चस्पा करने हेतु प्रति सम्बन्धित विभागों को प्रेषित कर दी है। मण्डलायुक्त ने कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर लम्बित सन्दर्भांे का निस्तारण अत्यन्त महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील कार्य है। इसकी समीक्षा स्वयं मुख्यमन्त्री जी द्वारा की जा रही है, इसलिए सभी अधिकारी इसके प्रति निरन्तर सतर्क रहें। उन्होंने पोर्टल पर लम्बित सन्दर्भों को डिफाल्टर होने से कम से कम तीन दिन पूर्व ही निस्तारित करा लियो जाने का निर्देश देते हुए कहा कि भविष्य में यदि कोई भी सन्दर्भ डिफाल्टर होना पाया जाता है तो सम्बन्धित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
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