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खाद्य पदार्थों की चेकिंग चलनी चाहिए,दूषित खाद्य पदार्थों की बिक्री बर्दाश्त नहीं: मण्डलायुक्त

चेकिंग का कार्य निरन्तर जारी रखें समस्त खाद्य सुरक्षा अधिकारी -कनक त्रिपाठी,मंडलायुक्त , आजमगढ़ 
सड़कों के किनारे छोटे दुकानदारों को स्वच्छता एवं शुद्धता के प्रति जागरूक भी किया जाय

आज़मगढ़ 19 सितम्बर -- मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने समस्त खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि मण्डल के तीनों जनपदों में मिलावटी खाद्य एवं पेय पदार्थों की बिक्री नहीं होनी चाहिए। उन्होने कहा कि यह निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है, इसलिए इसमें किसी विशेष अवसर की प्रतीक्षा किये बिना चेकिंग कार्य का निरन्तर जारी रखा जाय। उन्होंने कहा कि यह जन स्वास्थ्य से जुड़ा अत्यन्त संवेदनशील मामला है इसलिए इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होने कहा कि किसी भी दशा में दूषित, मिलावटी खाद्य एवं पेय पदार्थों की बिक्री बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी वृहस्पतिवार को अपने कार्यालय के सभागर में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के कार्यों की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रायः त्योहारों के मौके पर डिमाण्ड अधिक होने के कारण मिलावटी पदार्थों की मिठाइयाॅं आदि बेचे जाने की संभावना अधिक बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों एवं पेय पदार्थों की निरन्तर चेकिंग से आम जन में नकली एवं मिलावटी खाद्य पदार्थों के प्रति शंका एवं भय समाप्त हो जायेगा। मण्डलायुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि सड़कों के किनारे छोटे दुकानदारों को स्वच्छता एवं शुद्धता के प्रति जागरूक भी किया जाय। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री होना नहीं मिलना चाहिए। इसके अलावा यदि किसी क्षेत्र में मिलावटी हानिकारक पदार्थों के सेवन की शिकायत मिलती है तो सम्बन्धित खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जिम्मेदार मानते हुए उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने खाद्य सुरक्षा विभाग की ऐक्टिविटी की समीक्षा के दौरान कहा कि विभाग की जिम्मेदारी अत्यन्त महत्वपूर्ण है, इसलिए नियमित मानीटरिंग से अपमिश्रण की संभावना को समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने विभाग की अब तक की प्रगति पर असन्तोष व्यक्त करते हुए कहा कि बड़े होटलों, ढाबों आदि पर कड़ी नजर रखें। उन्होने निर्देश दिया कि चेकिंग में किसी भी प्रकार की उत्पीड़न की कार्यवाही नहीं होनी चाहिए, बल्कि कार्यवाही इस प्रकार होनी चाहिए कि मिलावटी खाद्य पदार्थों को बेचने वाले दुकानदारों को अपने जुर्म का एहसास हो। उन्होंने हानिकारक रंगों के प्रयोग को रोकने हेतु फल, मिठाई, सब्जी आदि की भी जाॅंच का निर्देश दिया। उन्होने सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत दर्ज कराये गये कम मुकदमों पर भी असन्तोष व्यक्त किया तथा निर्देश दिया कि जन मानस के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के विरुद्ध कोई मुरव्वत दिखाने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन पर सीधे कार्यवाही करते हुए एफआईआर दर्ज कराने एवं जुर्माना वसूली की कार्यवाही की जाय। मण्डलायुक्त ने सभी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को खुले में बिक्री पर प्रभावी रोक लगाने का भी निर्देश दिया। उन्होने जनपद मऊ में फुटकर खाद्य बिक्री के लाइसेंस हेतु 83 आवेदन पत्र लम्बित पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित खाद्य सुरक्षा अधिकारी को निर्देशि किया कि तत्काल इस पर कार्यवाही की जाय तथा यह भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विनीत कुमार पाण्डेय, अभिहित अधिकारी आज़मगढ़ डीके राय, अभिहित अधिकारी मऊ स्वर्ण त्रिपाठी, अभिहित अधिकारी बलिया महेन्द्र श्रीवास्तव सहित तीनों जनपद के सभी खाद्य निरीक्षक उपस्थित थे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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