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आजमगढ़ : कार्यशाला में माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रधानाचार्यों को डीएम ने दिए टिप्स

छात्रों को इस योग्य बनाना है कि वे आने वाली चुनौतियों से सामना कर सकें- एन पी सिंह, जिलाधिकारी 

सड़क सुरक्षा/यातायात नियमों के बारे मेंअपने स्कूलों में भी छात्र/छात्राओं को जागरूक करें-तारिक मोहम्मद, एसपी ट्रैफिक 

आजमगढ़ 28 जून-- जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा सिधारी स्थित राहुल प्रेक्षागृह में माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रधानाचार्यगण की शैक्षिक गुणवत्ता, शैक्षिक गतिविधियों की तैयारी, स्वास्थ्य शिक्षा एवं बालिका सुरक्षा तथा यातायात जागरूकता के संबंध में कार्यक्रम/कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलित कर तथा सरस्वती माता के चित्र पर माल्यार्पण कर शुभारम्भ किया गया।
जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि जो प्रधानाचार्य अनुपस्थित हैं, उनकी सूची बनाकर जल्द से जल्द उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापकों से कहा कि आज नई पीढ़ी के सामने जो नई चुनौतियां आ रही हैं, उन चुनौतियों से निपटने के लिए आज हम सभी लोगों को छात्रों को इस योग्य बनाना है कि वे आने वाली चुनौतियों से सामना कर सकें। आज की नई पीढ़ी के युथों में अक्रामकता का भाव देखा जा रहा है, जो बेहद ही खराब है, इससे समाज तथा देश का विकास सम्भव नही है, इसे भी हमे दूर करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि आज के छात्रों में यह बात बैठ गयी है कि सरकारी नौकरी ही सबसे अच्छी है, लेकिन नही इसके अलावा अन्य भी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध है, जिसमें छात्र/छात्राएं रोजगार का अवसर प्राप्त कर अपना तथा अपने परिवार, समाज तथा देश का नाम रौशन कर सकते हैं।
उन्होने कहा कि यदि युवाओं को सही समय पर रोजगार नही मिलता है तो उनमें कई तरह के मानसिक विकृतियां उत्पन्न हो जाती हैं। अतः आप लोग छात्रों को इस प्रकार से शिक्षा दें कि वह रोजगार न मिलने पर अन्य क्षेत्रों में भी अपनी प्रतिभा के अनुसार रोजगार प्राप्त करें तथा अपने योग्यता के अनुसार स्वरोजगार भी कर सके। उन्होने प्रधानाध्यापकों से कहा कि हमें छात्रों के लिए एक नैतिक माहौल बनाना होगा तथा छात्रों को रचनात्मक कार्याें से जोड़ना होगा।
उन्होने प्रधानाध्यापकों से कहा कि आज हमारे देश के सामने पर्यावरण एक चुनौती का विषय है, हम सिर्फ पर्यावरण के लिए लेख, वार्तालाप आदि तो करते हैं, लेकिन पर्यावरण की सुरक्षा के लिए वृक्ष नही लगाते हैं। आज वृक्ष न लगने और वृक्षों की अन्धाधुन्ध कटाई से भूमि, जल, हवा से संबंधित चुनौतियां हमारे सामने आकर खड़ी हो गयी हैं। उन्होने प्रधानाध्यापकों से अपील किया है कि छात्रों को वृक्षारोपण के प्रति जागरूक करें, स्कूलों में गोष्ठी, नाटक के माध्यम से वृक्षारोपण के प्रति जागरूकता फैलायें, तथा बच्चों के अन्दर वृक्षारोपण के प्रति भाव जागृत करें तथा उनको राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त, 26 जरवरी तथा धार्मिक त्यौहार के साथ-साथ जन्मदिन, शादी की सालगिरह या किसी विशेष अवसर पर भी वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित करें, क्योंकि वृक्ष हमारे मित्र हैं, वृक्ष के बिना जीवन सम्भव नही है, इनसे हमे आक्सीजन प्राप्त होता है।
उन्होने कहा कि शिक्षक एक समाज की एक महत्वपूर्ण कड़ी है, किसी भी राष्ट्र के लिए शिशु का समाजीकरण होना आवश्यक है। उन्होने प्रधानाध्यापकों से अपील किया कि छात्रों को इस प्रकार से शिक्षा दें कि छात्रों के अन्दर पर्यावरण जागरूकता, भावनात्मक जागरूकता, सामाजिक जागरूकता के साथ-साथ स्वावलम्बी प्रतिभाओं का विकास हो, जिससे छात्र आगे चलकर देश को सही दिशा में ले जा सके। उन्होने प्रधानाध्यापकों से यह भी कहा कि छात्रों मे ऐसा संस्कार विकसित करें, जिससे कि वे महिलाओं को आदर करें।
एसपी ट्रैफिक तारीक मोहम्मद ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना सरकार की उच्च प्राथमिकता है, आज कल सड़क दुर्घटनायें अधिक संख्या में हो रही है, इसके लिए हमंे छात्र/छात्राओं को यातायात/सड़क सुरक्षा के नियमो के बारे में जागरूक करने की जरूरत है। उन्होने प्रधानाध्यापकों से कहा कि सड़क सुरक्षा/यातायात नियमों के बारे में जागरूक करने के लिए अपने स्कूलों में भी छात्र/छात्राओं को जागरूक करें। यदि कहीं कोई समस्या आ रही है तो आप मुझसे मो0 नं0 9454457767 पर सम्पर्क कर सकते हैं, कहा कि समस्याओं का निराकरण किया जायेगा।
उन्होने सड़क सुरक्षा नियमों के अन्तर्गत बताया कि यातायात नियमो का पालन करें, सड़क दुर्घनाओं से बचें/बचायें, नाबालिकों को वाहन न चलाने दें, दोपहिया वाहन चलाते समय हेल्मेट का प्रयोग करें, चार पहिया वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात न करें, नशा/नींद की हालत में गाड़ी न चलायें, वाहन चालक एवं बगल में बैठने वाले व्यक्ति के लिए भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है, दोपहिया वाहन पर ट्रीपल राइडिंग न करें, बिना वैध लाइसेंस के गाड़ी न चलायें, ध्यान रखें कि समय बहुमूल्य लेकिन जीवन अमूल्य है, दायें या बायें मुड़ने से पूर्व संकेत अवश्य दें तथा निर्धारित गति सीमा से अधिक गति से वाहन न चलायें।
इस अवसर पर संचारी रोग, कन्या सुमंगला योजना के बारे में प्रधानाध्यापकों को संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा विस्तार से बताया गया।
इस अवसर पर डीआईओएस डाॅ0 वीके शर्मा, एसीएमओ, एआरटीओ, जिला प्रोबेशन अधिकारी बीएल यादव, जिला सूचना अधिकारी डाॅ0 जितेन्द्र प्रताप सिंह सहित प्रधानाध्यापकगण उपस्थित रहे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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