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आजमगढ़ : मानव के जीवन में अगर प्रभु का नाम नहीं तो वह पशु के समान है संत सर्वेश जी महाराज

भवरनाथ मंदिर प्रांगण में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का तीसरा दिन

आजमगढ़ : बाबा भवरनाथ मंदिर प्रांगण में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन संत सर्वेश जी महाराज ने कहा कि हरि नाम सर्वोपरि है हमारी जीवा पर सदा ईश्वर का नाम होना चाहिए मानव जीवन में अगर प्रभु का नाम नहीं तो वह पशु के समान है और उसका यह मानव जीवन व्यर्थ है। उन्होंने कहा कि आपको कुछ पाना है तो उसके लिए तप,त्याग, उपवास और विश्वास की परम आवश्यकता होती है तभी आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं जीवन में आप कुछ पाना चाहते हैं तो यह करना परम आवश्यक है।उन्होंने कहा कि आज दहेज हमारे समाज के लिए एक अभिशाप बन चुका है दहेज रूपी दानव को आप सब मिलकर खत्म कर सकते हैं दहेज लेना और देना दोनों पाप है हम सभी को इससे बचना चाहिए । सर्वेश जी महाराज ने कहा कि हमें कोई भी कार्य अपनी कार्य अपनी मर्यादा मे रह कर करना चाहिए अगर हमें किसी उत्सव में जाने का निमंत्रण मिलता है तो हमें ख्याल रखना चाहिए कि लज्जित न होना पड़े हमें सदा ऐसे कार्य करना चाहिए जिससे सभी का मान सम्मान बना रहे। कथा के अंत में उन्होंने कहा कि जल ही जीवन है हम सभी को मिलकर जल की हो रही बर्बादी को रोकना होगा वरना आने वाली पीढ़ी हमें कभी माफ नहीं करेगी।आने वाले समय में जल का गंभीर संकट उत्पन्न होने वाला है अगर इसके लिए हम आज से ही नहीं चेते तो बहुत देर हो चुकी होगी और इसके लिए हमारे पास पछताने के सिवा और कुछ नहीं होगा ।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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