फरियादियों ने लेखपाल, कानूनगो व सेक्रेटरी पर धनउगाही का आरोप लगाया तो कमिश्नर भड़के,कार्यवाही की चेतावनी दी
आजमगढ़ : तहसील समाधान दिवस पर मंगलवार को मंडलायुक्त व डीआईजी आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंचे और फरियादियों की गुहार सुनी। इस दौरान कमिश्नर ने पांच अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश एसडीएम को दिये। वहीं पांच फरियादियों ने लेखपाल, कानूनगो व सेक्रेटरी पर धनउगाही का आरोप लगाया तो कमिश्नर भड़क गये। उन्होंने पैसा लौटाने को कहा तथा सभी पर विजलेंस से भ्रष्टाचार कानून के तहत जांच कराकर कार्रवाई करने की चेतावनी दी। सगड़ी तहसील पर समाधान दिवस में कमिश्नर जगतराज व डीआईजी विजय भूषण के समक्ष 49 शिकायती पत्र आये। जीयनपुर के हसनपट्टी के भृगुनाथ ने लेखपाल अरुण गुप्ता पर चार हजार रुपये एक साल से लेकर पैमाइस न करने का आरोप लगाया, तो कमिश्नर ने उसे पैसा वापस कराया। वहीं लेखपाल रामजीत यादव पर बनहरा गांव के विश्राम ने वरासत के लिए दो हजार रुपये लेने तथा हैदराबाद निवासी दीपक मिश्रा ने तीन हजार रुपये लेने का आरोप लगाते हुए मोबाइल रिकार्डिंग दिखायी। वहीं कानूनगो रविन्द्र मिश्रा पर बासथान महराजगंज के जितेंद्र प्रताप सिंह ने हिस्सा प्रमाण पत्र जारी करने के लिए 500 रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए शोर मचाया। बेलसर जमीन बेलसर के सेके्रटरी संतोष यादव पर पांच हजार रुपये प्रधानमंत्री आवास के लिए लेने का आरोप लगा। वहीं महराजगंज ब्लाक के चकनायक निवासी शंकर यादव ने गांव में एक ही परिवार को तीन आवास तथा नाबालिकों को देने का आरोप लगाया। सोकहना आइमा की मंती देवी ने जीयनपुर पुलिस की मिलीभगत से जमीन पर कब्जा करने और परिवार को जेल भेजने का आरोप लगाया। कमिश्नर जगतराज धनउगाही के आरोप पर भड़क गये और पैसा वापस करने के लिए कहा। लेखपाल ने पैसा लेने से इंकार किया तो उन्होंने सभी पर विजलेंस टीम से जांच कराकर कार्रवाई करने की चेतावनी दी। उन्होंने डीएम व तहसीलदार की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए कहाकि यहां अधिकारियों का अपने कर्मचारियों पर किसी प्रकार का दबाव नहीं है और कर्मचारी बेलगाम हो गये हैं। उन्होंने फरियादियों से कहाकि कोई यदि पैसा मांगता है तो डीएम व मुझे बताये तथा किसी को पैसा न दें।
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