आजमगढ़ : यूपीपी भर्ती बोर्ड की सोमवार को हुई परीक्षा में पुलिस ने दूसरे परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहे एक मुन्ना भाई को गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस ने इस मामले में लिप्त दो परीक्षार्थियों को भी पकड़ लिया है। पकड़े गए तीनों युवकों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। दूसरे दिन मंगलवार की शाम को इस घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी कमलेश बहादुर ने बताया कि जिले में यूपीपी की रविवार व सोमवार को दो-दो पालियों में परीक्षा हुई। सोमवार की दूसरे पाली की श्री दुर्गाजी पीजी कालेज चंडेश्वर में परीक्षा चल रही थी। उसी दौरान कक्ष निरीक्षक कुमार राय ने दूसरे परीक्षार्थी ऋषिमुनि पुत्र राजमणि ग्राम लखेसरा जिला गोरखपुर के स्थान पर परीक्षा दे रहे एक मुन्नाभाई को पकड़ लिया। कक्ष निरीक्षक ने पकड़े गए मुन्नाभाई अनिल कुमार यादव पुत्र उपेंद्र प्रसाद को पुलिस के हवाले कर दिया। अनिल कुमार बिहार प्रांत के भागलपुर जिले के थाना खरीफ क्षेत्र के ग्राम खैरपुर का निवासी है। उससे जब पूछताछ की गई तो पता चला कि उसने सोमवार को ही प्रथम पाली में एसबीएस मेमोरियल इंटर कालेज हाफिजपुर में परीक्षार्थी सत्यप्रकाश पुत्र रामगति ग्राम लखेसरा थाना पिपराइच जिला गोरखपुर के स्थान पर भी परीक्षा दे चुका है। अनिल की निशानदेही पर पुलिस ने उक्त दोनों परीक्षार्थियों को सिधारी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों के पास से पुलिस ने पांच सौ रुपये नकद, आधार कार्ड, प्रवेश पत्र, ओएमआर शीट व प्रश्नपत्र भी बरामद किया। एसपी सिटी का कहना है कि गिरफ्तार मुन्नाभाई अनिल कुमार स्नातक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद स्वयं कई नौकरियों की परीक्षा दे चुका है। उसने परीक्षार्थी सत्यप्रकाश व ऋषिमुनि का प्रश्नपत्र हल करने के लिए दो लाख रुपये का ठेका ले रखा था। उसे दोनों परीक्षार्थियों ने एडवांस के रूप में 60 हजार रुपये दे चुके थे। शेष रुपये परीक्षा देने के बाद देने का वादा किया था। मुन्नाभाई ने दोनों परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र पर लगे फोटो से मिलता-जुलता अपना फोटो कंप्यूटर के माध्यम से बनाकर चस्पा कर लिया था। जिसके चलते वह पकड़ में नहीं आ सका था। उक्त तीनों के खिलाफ कक्ष निरीक्षक की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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