आजमगढ़। उत्तर प्रदेशीय मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्रवण कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बैठक शानिवार को कलेक्ट्रेट में आहूत की गयी। जिसमे अध्यक्ष श्रवण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कलेक्ट्रेट में कार्यरत नाजिर संदीप श्रीवास्तव अपने परिवार के साथ रामेश्वरम तीर्थ करने गये थे। वहां से वापस वह शुक्रवार की रात इलाहाबाद पहुंचे। वहां से निजी कार से आजमगढ़ वापसी के लिए निकले थे कि अभी जौनपुर मड़ियाहुं ही पहुंचे थे कि अलसुबह पांच बजे कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। हादसे में संदीप श्रीवास्तव व पत्नी मिनाक्षी श्रीवास्तव की मौके पर ही मौत हो गयी। 12 वर्षीया एकलौती पुत्री खुशी का हाथ टूटा हुआ है। घटना की जानकारी होने पर जौनपुर जिलाधिकारी ने फोन से मार्टिनगंज तहसीलदार पीके राय को तत्काल मौके पर भेजा। जैसे ही हृदयविदारक घटना की जानकारी उत्तर प्रदेशीय मिनिस्टीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ को हुई शोकसभा का आयोजन कर मृतात्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी गयी। श्रद्धाजंलि सभा को संबोधित करत हुए मंत्री प्रवीण कुमार राय ने कहा कि संदीप अपने पिता की मृत्योपरांत नौकरी मिली थी। मृत संदीप तीन भाईयों में बड़े थे। मंत्री श्री राय ने बताया कि संदीप बेहद कर्मठ कर्मचारी थे। इस हादसे ने एक होनहार साथी को छिन लिया है जिसकी भरपाई आजीवन असंभव है। शोकसभा के बाद कलेक्ट्रेटकर्मी का अवकाश हो गया। जिसके बाद जोनल अध्यक्ष रमाकांत सिंह, प्रांतीय कार्यकारिणी संतोश श्रीवास्तव व कर्मचारियों के नेता गिरीश चन्द्र चतुर्वेदी, प्रवीण कुमार राय सहित संगठन के तमाम लोग मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा कराये जाने तक डटे रहे। हादसे की जानकारी होने पर सभी तहसीलांं पर भी शोकसभा के माध्यम से गतात्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया गया। शोकसभा में जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने तो भाग लिया ही साथी मृतक के सहकर्मी श्रवण कुमार श्रीवास्तव, रमाकांत सिंह, कुलदीप कुमार श्रीवास्तव, ज्ञानेन्द्र नाथ मिश्र, अरविन्द कुमार यादव, ज्योति स्वरूप श्रीवास्तव, विपुल सिंह, सजीत भगत, प्रशान्त कुमार, रामसेवक, अतुल कुमार, रमाशंकर प्रसाद, हरिहर सिंह आदि कर्मचारी मौजूद रहे।
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