श्री कृष्ण गौशाला समिति के शताब्दी वर्ष पर श्रीमद् भागवत कथा जारी
आजमगढ: श्री कृष्ण गौशाला समिति के शताब्दी वर्ष पर नारायण सेवा संस्थान के सहायतार्थ आयोजित श्रीमद् भागवत कथा दूसरे दिन भी बुधवार को जारी रहा। दूसरे दिन कार्यक्रम संयोजक अभिषेक जायसवाल दीनू, गौरव अग्रवाल, मनोज खेतान, भोलानाथ जालान आदि ने कथा व्यास राधाकिशोरी जी की आरती उतारते हुए भागवत को प्रणाम किया। कथा व्यास राधा किशोरी ने भागवत कथा में सत्य को महत्वता बताते हुए श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। दूसरे दिन मधुर प्रसंग में पूज्य राधा किशोरी जी ने श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम स्कंध का वर्णन करते हुए सत्य की बड़ी रोचक व्याख्या की। राधा किशोरी जी ने बताया कि भागवत में सत्य, चित और आनंद तीनों सच्चिदानंद रूप में समाहित है। भगवान तक पहुंचने के यही तीन मार्ग है, भगवान का पहला स्वरूप ही सत्य है। जिस दिन आपके जीवन में सत्य घटित होने लगे तो समझ लीजिए परमात्मा से निकटता हो गई। सत्य, चित, आनंद के माध्यम से भागवत से जुड़े, ये ग्रंथ बड़ा महान है। कथा व्यास राधा किशोरी जी ने संतों की महिमा बताते हुए कहा कि सच्चे संत के दर्शन मात्र से ही मनुष्य के जन्म जन्मातरों के पाप नष्ट हो जाते हैं। यदि आपने अपना मन कृष्ण में लगा दिया तो शमशान में भी आप अकेले नहीं होंगे। किशोरी जी ने श्रद्धालुओं को व्यास जी द्वारा भागवत लेखन और नारद जी के बारे विस्तार से भी वर्णन किया। शुकदेव जी के जन्म के प्रसंग का वर्णन किया। भगवान विश्वनाथ और मां पार्वती जी का मंगल प्रसंग सुनाया। किशोरी जी ने भीष्म स्तुति का वर्णन किया। अंत में आरती और प्रसार वितरण के साथ कथा को विश्राम दिया गया। कथा का लाइव प्रसारण सीधे 185 देशों में किया जा रहा है। कथा में अशोक रूंगटा, गौरव अग्रवाल, विनय रूंगटा, डा आरबी त्रिपाठी, डा शिशिर जायसवाल, डा निर्मल, अंकित अग्रवाल, अनिल खंडेलिया, अजय अग्रवाल, गौरव अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, बाबी अग्रवाल, विरेन्द्र बर्नवाल, अशोक गर्ग आदि सहित भारी संख्या में श्रद्धालुगण मौजूद रहे।
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