आजमगढ़ : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मंगलवार को कमिश्नरी, कलेक्ट्रेट और पुलिस लाइन में समारोहपूर्वक मनाई गई। कमिश्नरी में मंडलायुक्त जगतराज, कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी और पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक रवि शंकर छबि ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। आला अधिकारियों ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के चित्र का अनावरण व माल्यार्पण किया। इसके बाद दोनों महापुरुषों के व्यक्तिव व कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की। कलेक्ट्रेट में जीजीआइसी की छात्राओं द्वारा गांधीजी के प्रिय भजन 'रघुपति राघव राजाराम' की प्रस्तुति की गई। पुलिस लाइन में एसपी ने पुलिसकर्मियों को कर्तव्य निष्ठा व ईमानदारी की शपथ दिलाई। इस दौरान सीआरओ अलोक कुमार वर्मा, एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह , एडीएम एफआर गुरुप्रसाद गुप्ता और कलेक्ट्रेट कर्मचारियों ने बापू और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण किया। जिलाधिकारी ने कहा कि गांधीजी विदेशी वस्तुओं के खिलाफ थे। इसीलिए वह भारत में स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग पर ध्यान देते थे, बल्कि वे खुद चरखा चलाते थे। वे भारत में खेती का और स्वदेशी वस्तुओं का विस्तार करना चाहते थे। वे एक आध्यात्मिक पुरुष थे और भारतीय राजनीति में आध्यात्मिकता को बढ़ावा देते थे। उनका देश के लिए किया गया अ¨हसात्मक संघर्ष कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने पूरा जीवन देश को स्वतंत्रता दिलाने में व्यतीत किया और देश सेवा करते 30 जनवरी 1948 को इस महात्मा का निधन हो गया। कमिश्नरी में मंडलायुक्त जगत राज ने छात्राओं को कलम, साहित्य की पुस्तक भेंट कर प्रोत्साहित किया। जीजीआइसी की छात्राओं द्वारा कई प्रस्तुतियां की गई। इस अवसर पर अपर आयुक्त राजेंद्र कुमार, सहायक निदेशक, अभियोजन ओम नारायण विश्वकर्मा, सेंट्रल बार एसोसिएशन अध्यक्ष आद्या प्रसाद सिंह एवं मंत्री दिनेश चंद्र श्रीवास्तव, अपर सांख्यिकीय अधिकारी सुनील कुमार प्रजापति थे।
Blogger Comment
Facebook Comment