आजमगढ़। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के साथ महंगाई को लेकर सोमवार को कांग्रेस के भारत बंद का अह्वान को जनता ने गंभीरता से नहीं लिया। खासतौर पर आजमगढ़ में बंदी का कोई ख़ास असर नहीं दिखा। निर्धारित समय पर बाजार खुल गए । वैसे कांग्रेसी चट्टी चौराहे से लेकर मुख्यालय तक सड़क पर उतरे और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी है। उन्होने मोदी सरकार को असफल करार देते हुए वर्ष 2019 के चुनाव में उखाड़ फेंकने का अह्वान किया। जिला मुख्यालय पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला। जुलूस नगरपालिका स्थित कार्यालय से निकाला गया। हालत यह रही की जहां से कोंग्रेसियों का जुलुस गुजरा वहां कुछ दुकानों के शटर डाउन हुए और उनके जाते ही खुल गए। कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष हवलदार सिंह के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट चौराहे पर पहुंचे। यहां सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बाजार पूरी तरह खुले रहे । आम आदमी ने बंदी पर कोई रूचि नहीं दिखाई। वािण प्रशासन बंदी और सपा के धरना प्रदर्शन को लेकर मुस्तैद नजर आया। कलेक्ट्रेट सहित प्रमुख चौराहों पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात की गयी थी। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष हवलदार सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने चार साल में अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया है। वादा था अच्छे दिन लाने का लेकिन डीजल पेट्रोल सहित जरूरत के सामनों की मंहगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहा है। किसानों की हालत बद से बदतर है। यह सरकार सिर्फ पूंजीपतियों का भला कर रही है। आम आदमी से इसे कोई लेना देना नहीं है। सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी। कार्यकर्ताओं ने डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। वहीं बूढ़नपुर, अतरौलिया, जीयनपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, सरायमीर, फूलपुर लालगंज आदि क्षेत्रों में भी बंदी का कोई असर नहीं दिखा। सभी स्थानों पर कार्यकर्ताओं द्वारा जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने सरकार से डीजल पेट्रोल के दाम करने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में जैगम अब्बास, प्रमोद सिंह, मुन्नू यादव, चंद्रपाल सिंह यादव आदि उपस्थित थे।
Blogger Comment
Facebook Comment