.

.

.

.
.

लगातार बढ़ रहा है घाघरा का जलस्तर,ग्रामीणों की अटकी सांस

आजमगढ़। जनपद के सगडी़ तहसील क्षेत्र के उत्तरी छोर में बहने वाली घाघरा नदी की विनाश लीला शुरू है।बनबसा बैराज से छोड़ा गया 226000 क्यूसेक पानी पंहुचने व आसपास के जिलों में हो रही भारी बारिश के चलते असर सगड़ी क्षेत्र में बहने वाली घाघरा में देखा जा सकता है । सोमवार को डिघिया गेज पर सुबह 8:00 बजे नदी का जल स्तर 70.43 मीटर पर रहा। शाम 4:00 बजे डिघिया गेज पर नदी का जल स्तर 70.48 मीटर पर है। सुबह 8:00 बजे बदरहुआ गेज पर नदी का जल स्तर 71.28 मीटर पर रहा और शाम 4:00 बजे को बदरहुआ गेज पर नदी का जल स्तर 71.33 मीटर पर है। जबकि डिघिया गेज का खतरा विंदु 70.40 मीटर पर है और बदरहुआ गेज पर खतरा विंदु 71.68 मीटर है। लगातार बढ़ रही घाघरा नदी के पानी के कारण महुला से लेकर उल्टहवा तक, उत्तरी तरफ महुला गढ़वाल बांध के आबादी वाले क्षेत्रों के लोगों की सांसे थमी हुई हैं। घाघरा नदी ने महाराजगंज ब्लॉक के सेमरी गांव में जो कि नदी के धारा के उस पार पड़ता है आजमगढ़ गोरखपुर बॉर्डर पर वहां घाघरा नदी ने आबादी के साथ-साथ खेती योग्य जमीन काट रही है अब तक कुल 22 परिवारों का आवास घाघरा नदी में विलीन हो चुका है।सैकड़ों बीघा कृषि योग्य जमीन भी काट रही है ।धारा के उस पार बॉर्डर पर होने के कारण सेमरी गांव उपेक्षित रहा है ।यहां के लोगों को आज तक सरकारी सुविधा मुहैया नहीं हो पाई । कुछ कटान पीड़ितों ने प्राथमिक विद्यालय सेमरी मे शरण ले रखा है ।तो कुछ लोगो ने गांव के पश्चिम तरफ खेत में टेंपरेरी मंडई डालकरशरण लिए हुए है।
नदी की विनाश लीला लगातार बढ़ने के कारण लगभग एक दर्जन लोग प्राथमिक विद्यालय सेमरी में शरण लिए हुए हैं, तो कुछ लोग विस्थापित होकर मऊ, गोरखपुर, आजमगढ़ व बंधे पर अपना स्थाई आशियाना तलाश रहे हैं। जिनके पास कुछ नहीं है वह लोग लोगों से मदद लेकर पालीथीन डाल कर बंधे पर शरण लिए हुए हैं। तहसीलदार सगड़ी अरविंद कुमार सिंह ने बताया की कटान पीड़ितों को प्राथमिक विद्यालय सेमरी में अस्थाई रूप से शरण दिया गया है। बाढ़ के बाद उनको अस्थाई रूप से विस्थापित किया जाएगा। ग्राम सभा के कोटेदार से राशन आदि की व्यवस्था कराई गई है ।जबकि कटान पीड़ितों का कहना है कि हम लोगों को अभी तक सरकार से कोई सुविधा मुहैया नहीं हो पायी है ।देवारा खास राजा के मुराली का पूरा व त्रिलोकी के पूरा में घाघरा नदी खेती योग्य जमीन के साथ-साथ आबादी की जमीन भी काट रही है त्रिलोकी के पुरा में ,सजगु पुत्र उमराव, का आवास आज कटकर घाघरा में विलीन हो गया है। यह लोग गांव से दक्षिण साइड में ग्राम समाज की जमीन में अस्थाई रूप से शरण लिए हुए हैं। संपर्क में डूबने से लोगों का आवागमन बाधित है खरैलिया से सोनौरा संपर्क मार्ग ,मानिकपुर से मानिकपुर नई बस्ती संपर्क मार्ग, शाहडीह से बांका बुढ़न पट्टी संपर्क मार्ग, हाजीपुर से चक्की हाजीपुर संपर्क मार्ग संपर्क मार्गो पर पानी होने से पानी से होकर लोग पैदल आवागमन कर रहे हैं। मानिकपुर से मानिकपुर नई बस्ती संपर्क मार्ग पर आज सरकारी नाव लगा दी गई है।रास्तो पर पानी होने से आवागमन बाधित है। अभी तक बाढ़ चौकियों पर कर्मचारियों की नियुक्ति तो है लेकिन बाढ़ चौकियो का संचालन नहीं हो सका है। गन्ना ,ज्वार ,बाजरा, धान, सब्जी ,आदि फसलें बाढ़ के पानी में डूब रही है। 

Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment