आजमगढ़ :: शहर के सिधारी पूर्वी क्षेत्र में अंबेडकर नगर दलित बस्ती में दो दिन पूर्व मामूली बात को लेकर पट्टीदारों द्वारा घर में घुस कर मारपीट के दौरान गोली लगने से गंभीर रूप से घायल 30 वर्षीय युवक की इलाज के दौरान मंगलवार की दोपहर में मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मौत के बाद भी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से बस्ती के लोगों में आक्रोश है। शहर के सिधारी थाने से लगभग एक किमी दूरी पर आंबेडकर नगर दलित बस्ती निवासी 30 वर्षीय संतोष पुत्र सोनेलाल अपने घर के सामने जनरल स्टोर की दुकान खोल रखा था। तीन जून की शाम को गिट्टी और बालू हटाने को लेकर पट्टीदारों से उसकी भिड़ंत हो गई। मारपीट के दौरान एक पक्ष के युवकों ने संतोष के घर पर धावा बोल दिया था। घर में घुस कर उसको गोली मार दी थी। जबकि लाठी-डंडे से हमले में वृद्धा सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। परिजनों ने सीने और कमर में तीन गोली लगने पर अचेतावस्था में संतोष को सिधारी क्षेत्र के एक प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती कराया था,जहां मंगलवार को दोपहर में उसकी मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौत की खबर मिलने के बाद से ही परिजनों में कोहराम मचा रहा। मृत युवा दुकानदार दो भाइयों में बड़ा था। एक वर्ष पूर्व उसकी शादी हुई थी। मौत से पत्नी खुशबू और मां दुर्गावती तथा बहनों का रोते-रोते बुरा हाल हो गया। इस संबंध में घटना के दिन ही परिजनों की तहरीर पर देर रात में पुलिस ने दलित बस्ती के मन्नू राम पुत्र अज्ञात, मनोज, रवि, वेदप्रकाश पुत्रगण मन्नू राम के खिलाफ जानलेवा हमले के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था।
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