ठेकमा:: आजमगढ़:: स्थानीय बाजार में स्थित सभी छह बैंकों की दशा इन दिनों काफी खराब चल रही है। जिसमें कुछ बैंक तो जिले की टॉप बैंकों की श्रेणी में आते है। बैंकों में आए दिन सरवर डाउन के नाम पर कामकाज रोक दिया जाता है वहीँ काफी लंबे समय से कस्बे की प्रमुख बैंक शाखाएं नगदी की कमी के कारण दो हजार से पांच हजार तक का ही पेमेंट कर रहे हैं। बैंकों में जमा निकासी की व्यवस्था काफी बदतर है। कुछ बैंकों में पासबुक प्रिंट एवं एटीएम से पैसा निकालने के लिए लोग इस कड़ी धूप में बैंक के बाहर रोड के किनारे घंटों लाइन लगाकर खड़े होने को मजबूर होते हैं। कुछ बैंकों में बुजुर्ग एवं दिव्यांग लोगों के बैठने एवं पानी पीने की व्यवस्था भी नहीं है। लगभग एक लाख खाताधारक रखकर एक आदर्श स्थिति रखने वाली यूनियन बैंक आॅफ इंडिया में ग्राहकों के समस्याओं के समाधान का कोई इलाज नहीं है। इस बैंक के उच्चाधिकारियों एवं शाखा प्रबंधक से ठेकमा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अरविंद गुप्ता एवं पदाधिकारी कई बार संपर्क कर चुके हैं लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। आगे लगन शुरू हो जाने के कारण लोगों की शादी विवाह की तैयारी में भी बैंकों द्वारा कैश नहीं मिलना काफी समस्या का विषय बना हुआ है । बैंकों के इस तरह के लापरवाही के कारण व्यापारी एवं क्षेत्रीय जनता में काफी रोष व्याप्त है। व्यापार मंडल ठेकमा के महामंत्री दुर्गेश सेठ ने बैंकों से अतिशीघ्र जन समस्याओं के प्रति संवेदनशील एवं व्यवहारिक होने की मांग की है और कहा है कि यदि अतिशीघ्र कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो बैंकों को जन आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है।
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