आजमगढ़:: जनपद में बुधवार को तेज हवाओं संग बारिश के साथ कई तहसील क्षेत्रों में ओले गिरने से किसानों पर दोहरी मार पड़ी। सगड़ी तहसील क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ हल्की बरसात शाम के समय हुई जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई। क्षेत्र के किसान अभी गेहूं की अच्छी पैदावार के बाद प्रकृति के प्रकोप को लेकर चिंतित हैं। आये दिन तेज हवा के झोंकों के साथ आ रही बरसात ने चिंता बढ़ा दिया है एक तरफ जहां उनकी फसलें काट कर घर के अंदर नहीं आ सकी हैं। वहीं कुछ किसानों द्वारा फसले काटकर मडाई हेतू अभी भी अपनी.अपनी खेतों में रखी हुई हैं। दूसरी तरफ कंबाइन मशीन से भी फसलों की कटाई बरसात की वजह से रुक गई है और किसान चिंतित हैं की उनकी तैयार फसल खेत में पड़ी हुई है। गेहूं के अलावा अरहर,सरसों व अन्य प्रजातियों के फसलें भी खेत में पड़ी हुई है। वही मौसम विभाग द्वारा 9 से 11 तारीख तक प्राकृतिक आपदा हेतु पूर्व में संवेदनशील समय घोषित किया गया था जो सच निकल रहा है इससे किसान भय में हैं वही शासन के निर्देश पर सगड़ी के उपजिलाधिकारी रवि रंजन द्वारा सभी लेखपालों को निर्देशित किया गया है कि क्षेत्र में बेमौसम हुई बरसात व तेज हवाओं से गांव में हुई फसलों के नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट जल्द से जल्द प्रेषित करें। रानी की सराय क्षेत्र में दो दिनो में आंधी और बारिश के चलते किसानो की फसल की काफी क्षति हुई। बुद्धवार को दिन में आंधी के साथ तेज बारिश और ओले पडने से किसानो को काफी क्षति उठानी पडी है । क्षेत्र में तेज हवा के साथ जहा बारिश हुई तो वहीँ ओले भी गिरे । तीन दिनो में दूसरी बार बारिश से किसानो की काफी फसल चैपट हो गयी। दूसरी तरफ फूलपुर और ग्रामीण क्षेत्रो में बुधवार को तेज आंधी और पानी के चलते खेतो में मड़ाई के लिए रखी गेहू की फसल का एक बार फिर काफी नुकसान हुआ है। कई स्थानो पर बिजली के तार गिरने से ब्रेक डाउन के कारण बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बाधित है। बारिश से किसानों की गेहूं की कटी हुई फसल भीग गई उधर आम पर भी इसका बुरा असर पड़ा है काफी तादात में आम के टिकोरे गिरकर नष्ट हो गए। गेहू की फसल भीग जाने से मड़ाई बाधित हो गई है। किसान दयाराम ने बताया कि अब मड़ाई का कार्य शुरू होने में कम से कम 10 दिन का समय लगेगा। कई स्थानो पर आंधी और पानी के चलते आम और गेहूं की फसल की काफी छति हुई है।
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