आजमगढ़ :: 13वें आजमगढ़ रंग महोत्सव (आरंगम) का शानदार आगाज शनिवार को शारदा टाकिज में हुआ। सूत्रधार संस्थान द्वारा आयोजित आरंगम के पहले दिन हेनरी लासन द्वारा लिखित व डॉ.विधुखरे दास द्वारा निर्देशित नाटक ‘चरवाहे की औरत’ का सफल मंचन कोलॉज कल्चरल सोसायटी इलाहाबाद द्वारा किया गया। कलाकारों के मार्मिक मंचन ने लोगों को सोचने पर विवश कर दिया।
आरंगम का शुभारंभ भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेमप्रकाश राय ने किया। ‘चरवाहे की औरत’ नाटक में कलाकारों ने एक ऐसी औरत का मार्मिक मंचन किया, जो नगर से दूर जंगलों के बीच मुख्य सड़क के किनारे झुग्गीनुमा घर में बंजारन की जिंदगी व्यतीत करती है। उसका पति चरवाहा है और उसे बाहर गये छह माह हो गये। जिसकी अब तक कोई खबर नहीं आयी। नाटक की कहानी उसके छोटे बेटे के द्वारा घर में सांप देखे जाने से शुरू होती है। वह औरत अपने बच्चों को दूर हटाते हुए सांप को मारने का उपाय ढूंढती है। जिसमें उसका साथ देने के लिए उसका कुत्ता बेचैन है। रात होने पर बच्चों को रसोई में सुलाकर उस सांप के बाहर निकलने का इंतजार में रात भर बैठी रहती है।
वहीं वह अपने पुराने यादों में खो जाती है कि कैसे बचपन में वह राजकुमारियों की तरह सपने देखा करती थी, जो अब कहीं गुम हो गया है। उसके पति की ख्वाहिश कि वह उसे लेकर नगर में लोगों के बीच रहेगा, याद आते ही एक मुस्कान के साथ दुख उभर उठता है। ऐसे ही सारी यादों को याद करते वह काली रात खत्म होती है और सांप बाहर आता है। जिसे औरत व उसका कुत्ता दोनों मिलकर मार देते है और सुबह की पहली किरण निकलती है।
नाटक में मुख्य भूमिका निशा कुमार, मदन मोहन तथा पंकज कुमार ने किया। वहीं मंच से परे निर्देशक डॉ.विधुदास खरे, सहायक निर्देशक संजीत कुमार, प्रकाश व स्टेज मैनेंजमेंट सुजाय घोषाल, सद्दाम हुसैन ने किया। इस मौके पर डॉ.अमित सिंह, डॉ.खुशबू सिंह, डॉ.सीके त्यागी, डॉ.अलका सिंह, अविनाश सिंह, तरूण राय, संदीप कुमार, रामजनम, अंगद कश्यप, रितेश रंजन, विनय हरिकेश, नंदकिशोर यादव, हनी श्रीवास्तव, संजय सिंह, रिंकू सिह, जयवर्द्धन, राजेश्वरी, आरूल, अभिनय मौजूद रहे। सचिव अभिषेक पंडित व संयोजक ममता पंडित ने आभार जताया।
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